डेंगू के संभावित आगमन की तैयारियों में चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों की कमी होगी बड़ी चुनौती

प्रतिनिधि, मुंगेर. मुुंगेर में संभावित बाढ़ की आशंका के साथ अब बारिश के कारण जलजमाव से डेंगू की संभावना भी काफी बढ़ गयी है. इसे लेकर अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा

By Prabhat Khabar News Desk | July 14, 2024 10:42 PM

प्रतिनिधि, मुंगेर. मुुंगेर में संभावित बाढ़ की आशंका के साथ अब बारिश के कारण जलजमाव से डेंगू की संभावना भी काफी बढ़ गयी है. इसे लेकर अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी जिले में डेंगू के संभावित मामलों को लेकर तैयारियों का निर्देश दे दिया है. ऐसे में जिले के सदर अस्पताल में चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों की कमी जिला स्वास्थ्य विभाग के लिये बड़ी चुनौती होगी. जबकि 100 बेड के मॉडल अस्पताल की आस में पुराने व जर्जर भवनों में डेंगू वार्ड मरीजों के लिये भी परेशानी को बढ़ायेगी.

चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियोंं की कमी होगी बड़ी चुनौती

जिले में माॅनूसन के कारण बारिश और संभावित बाढ़ के कारण जलजमाव ने डेंगू की संभावना को बढ़ा दिया गया है. ऐसे में अब जिले में डेंगू के एक-दो संभावित मरीजों के भी सामने आने के मामले शुरू हो चुके हैं. जिसकी तैयारी भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू कर दी गयी है, लेकिन लंबे समय से सदर अस्पताल में चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों की कमी परेशानी को बढ़ाने वाली है. बता दें कि सदर अस्पताल में वैसे तो वर्तमान में कुल 30 चिकित्सक कार्यरत है. इसमें 5 महिला चिकित्सक और 4 शिशु रोग विशेषज्ञ हैं. जबकि एक रक्त अधिकोष प्रभारी तथा एक एनसीडी प्रभारी है. ऐसे में 19 चिकित्सकों के भरोसे सदर अस्पताल में ओपीडी सहित 11 वार्डों के अतिरिक्त डेंगू वार्ड का संचालन बड़ी चुनौती होगी, जबकि स्वास्थ्यकर्मियों के भी स्वीकृत 45 पदों पर मात्र 30 कार्यरत होने के कारण डेंगू स्पेशल वार्ड में स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति बड़ी चुनौती होगी.

पुराने व जर्जर वार्ड बढ़ायेंगी मरीजों की परेशानी

ऐसा नहीं है कि डेंगू के संभावित आगमन के कारण केवल अस्पताल प्रबंधन के लिये मुश्किल भरा होगा, बल्कि सदर अस्पताल के पुराने व जर्जर भवनों में डेंगू वार्ड का संचालन खुद मरीजों के लिये परेशानी भरा होगा. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग द्वारा तत्काल तौर पर महिला वार्ड के सामने बने हीट वेब वार्ड को ही डेंगू वार्ड बनाने की तैयारी कर रहा है, जबकि विशेष परिस्थिति में प्री-फैब्रिकेटेड अस्पताल में भी बेड तैयार किया जा रहा है, लेकिन अस्पताल से दूर बने प्री-फैब्रिकेटेड अस्पताल में मरीजों के लिये सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना अस्पताल के साथ मरीजों के लिये भी परेशानी भरा होगा.

कहते हैं सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिन्हा ने बताया कि डेंगू के संभावित आगमन को लेकर तैयारी की जा रही है. इसके लिये अलग से स्पेशल वार्ड तैयार किया जायेगा, जबकि दवा भंडार में पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध रखने का निर्देश दिया गया है.

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