वरीय संवाददाता, देवघर . नगर थाना क्षेत्र के हरिहरबाड़ी मुहल्ले के एक व्यक्ति को अज्ञात मोबाइल धारक ने कॉल कर बाहर पढ़ाई करने वाले उनके बेटे के मुकदमे में फंसने का झांसा दिया और उनसे बेटे को बचाने के नाम पर 50000 रुपये की ठगी कर ली. बाद में पीड़ित ने बेटे से बात की तो जानकारी हुई कि वह तो ठीक ही है. उसके साथ कहीं कुछ नहीं हुआ है. इसके बाद पीड़ित व्यक्ति मामले की शिकायत देने अपने परिजनों के साथ साइबर थाना पहुंचे.
जानकारी के मुताबिक अज्ञात मोबाइल धारक ने पीड़ित का दिमाग इस कदर डिस्टर्ब किया कि वह अपने बेटे से बात तक नहीं कर सके और उसके दिये नंबर पर उन्होंने सारी राशि ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिया. बाद में बेटे से पीड़ित की बातचीत हुई तो मामला फर्जी साबित हुआ और उन्हें साइबर ठगी का अहसास हुआ. इसके बाद वह अपनी शिकायत देने साइबर थाना पहुंचे. मामले की लिखित शिकायत देकर साइबर थाने की पुलिस से उन्होंने ठगी के पैसे वापस कराते हुए मामले की कार्रवाई का आग्रह किया है.कोलकाता में रहकर कंपनी सेक्रेटरी की पढ़ाई कर रहा है बेटा
पीड़ित व्यक्ति का लड़का पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बड़े संस्थान से सीएस (कंपनी सेक्रेटरी) की पढ़ाई करता है. उसके पिता को अज्ञात मोबाइल धारक ने कॉल कर यह बता दिया कि उनका बेटा कोलकाता के किस संस्थान में पढ़ाई करता हैं. इससे उन्हें आरोपित मोबाइल धारक के बातों पर विश्वास हो गया. इसके बाद वह खुद को पुलिस बताते हुए उनके बेटे को मुकदमे में फंसाने की बात कही. मुकदमे से संबंधित फेब्रिकेटेड दस्तावेज तक दिखाने लगा. इससे पीड़ित व्यक्ति पूरी तरह डर गये. वे इतने सहमे हुए थे कि उन्हें यह होश नहीं हो पाया कि एक बार अपने बेटे से बात कर लें. इस प्रकार आरोपित मोबाइल धारक के झांसे में आकर उपलब्ध कराये नंबर पर 50000 रुपये ट्रांसफर कर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है