Loading election data...

दिन में उमस, दोपहर बाद हुई मूसलाधार बारिश, जगह-जगह जलजमाव

प्रतिनिध, मुंगेर. पूरे दिन उमस भरी गर्मी के बाद रविवार की दोपहर 3 बजे से शहर में हुई मूसलाधार बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत तो दे दी, लेकिन

By Prabhat Khabar News Desk | July 7, 2024 10:48 PM
an image

प्रतिनिध, मुंगेर. पूरे दिन उमस भरी गर्मी के बाद रविवार की दोपहर 3 बजे से शहर में हुई मूसलाधार बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत तो दे दी, लेकिन बारिश के बाद शहर जमजमाव से जूझता रहा. हाल यह था कि कई जगह बारिश के कारण जलजमाव के बीच लोगों को अवागमन में भी परेशानियों का सामना करना पड़ा. माॅनूसन प्रवेश के साथ बारिश ने मौसम को सुहाना बना दिया है. इस कारण मुंगेर का तापमान भी 5 से 6 डिग्री तक गिर गया है. हालांकि शनिवार को पूरे दिन उमस भरी गर्मी के बाद जहां देर रात शहर में हुई बारिश ने लोगों को राहत दी. वहीं रविवार को भी पूरे दिन उमस भरी गर्मी के बाद दोपहर में हुई मूसलाधार बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी. मौसम विभाग की मानें तो अभी एक सप्ताह तक लोगों को बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है. हालांकि सोमवार और मंगलवार को आंशिक बारिश की संभावना रहेगी, जबकि 10 से 15 जुलाई तक मुंगेर में मूसलाधार बारिश हो सकती है. रविवार को जहां मुंगेर का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस तक रहा. वहीं न्यूनतम तापमान 25 डिग्री तक रहा.

बारिश के बाद जलजामव से जूझते रहे लोग

माॅनसून प्रवेश के साथ ही मुंगेर शहर में जल निकासी की बदहाली ने लोगों को परेशान कर दिया है. शहर में बारिश के पानी की निकासी सही से नहीं होने के कारण लगातार बारिश के बाद लोगों को जलजमाव की समस्या से परेशान होना पड़ रहा है. रविवार को भी दोपहर में करीब 40 मिनट हुई मूसलाधार बारिश के बाद शहर जमजमाव से जूझता रहा. बारिश के बाद शहर के पूरबसराय रेल पुल के नीचे, बस स्टैंड, दो नंबर गुमटी, गोला रोड, माधोपुर, बीआरएम कॉलेज, रोड, अस्पताल रोड, बासुदेवपुर आदि क्षेत्रों में जलजमाव के कारण लोगों को अवागमन में भी परेशानियों का सामना करना पड़ा, जबकि शहर के कई क्षेत्रों में सड़क से अधिक ऊंचाई पर बने नालों के कारण जलजमाव की स्थिति बन गयी. कुछ ऐसा ही नजारा शास्त्री चौक के समीप देखने को मिला.

रिस्टोरेशन के नाम पर शुरू हो गयी खानापूर्ति

मुंगेर. मुंगेर में सिविरेज योजना कार्य के बाद आये दिन शहर की कई सड़कें और गटर धंस जा रहे हैं. बीते दिनों हुई बारिश में बासुदेवपुर चौक के समीप भी गटर के साथ वहां की सड़क भी धंस गयी थी. इसके रिस्टोरेशन के नाम पर निगम प्रशासन, बुडको और कार्यकारी एजेंसी द्वारा केवल खानापूर्ति कर दी गयी है. हद तो यह है कि करीब 3 साल से चल रहे सिविरेज योजना कार्य के नाम पर कार्यकारी एजेंसी आये दिन शहर की सड़कों को खोद रही है. जो बारिश में आमलोगों के लिये काफी खतरनाक बन गयी है. रविवार को भी बासुदेवपुर के समीप बारिश के बाद हुई गड्ढ़े का रिस्टोरेशन के नाम पर खानापूर्ति के बाद वहां की सड़क को एजेंसी द्वारा कार्य के नाम पर खोद दी गयी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version