बासुकिनाथ में 69785 हजार श्रद्धालुओं ने किया जलार्पण, श्रावणी मेला के दसवें दिन हर हर महादेव व बोल बम के जयकारे से रहा गुंजायमान
बासकिनाथ मंदिर में कांवरियों की कतार,मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़, शिवगंगा में डुबकी लगाते कांवरिया
बासुकिनाथ. विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2024 के दसवें दिन बाबा फौजदारीनाथ के दरबार में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. मंदिर प्रांगण हर हर महादेव व बोल बम के जयकारे से गुंजायमान रहा भोलेनाथ की नगरी. दो बजे रात मंदिर का पट खुला. सरकारी पूजा के बाद गर्भगृह शिवलिंग पर जल डालने का सिलसिला शुरू हुआ जो अब तक चल रहा है. मंदिर प्रांगण, शिवगंगा घाट वह मेला परिसर कांवरियों से पटा रहा. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 69,785 कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ का स्पर्श पूजा कर मंगलकामना की. मंदिर परिसर बाबा के जयकारे से गूंजता रहा. महिला श्रद्धालुओं ने भी कतारबद्ध होकर बाबा पर जलार्पण किया. मंदिर प्रांगण में अधिकारियों ने कांवरियों की कतार को सुचारु रूप से गर्भगृह में प्रवेश कराया. कांवरियों की श्रद्धा भक्ति व आस्था देखते ही बन रही है. कांवरियों की कतार संस्कार मंडप, फलाहारी धर्मशाला, क्यू कॉम्प्लेक्स, शिवगंगा पीढ़ तक जा पहुंची. कांवरियों की कतार में घुसपैठ को रोकने के लिए पुलिस की व्यवस्था बनी हुई है. कांवरियों को पानी पिलाने के लिए स्वयंसेवी संस्था के कई शिवभक्त लगे हुए हैं. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 6500 महिला पुरुष कांवरियों ने जलार्पण काउंटर पर जल डाला.
11,48,655 रुपये की हुई आमदनी
शिव मंदिर न्यास पर्षद को मंदिर से कुल 11,48,655 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. मंदिर गर्भगृह गोलक से 50,500 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. मंदिर में अन्य श्रोतों से 13,355 रुपये मंदिर को आमदनी हुई. मंदिर में चढ़ावे के चांदी के 160 ग्राम चांदी प्राप्त हुए.
3,616 कांवरियों ने किया शीघ्रदर्शनम
शीघ्रदर्शनम व्यवस्था के तहत बुधवार को 3,616 श्रद्धालुओं ने बाबा फौजदारीनाथ की सुलभ जलार्पण किया. इस व्यवस्था के तहत मंदिर न्यास पर्षद को 10 लाख 84 हजार 800 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. इस व्यवस्था के तहत कांवरियों को मंदिर कार्यालय से 300 रुपये का कूपन कटाना पड़ता है. मंदिर सिंह द्वार पर प्रतिनियुक्त पदाधिकारी टोकन देखने के बाद मंदिर प्रांगण में प्रवेश की अनुमति मिलती है उसके बाद फिर वीआइपी गेट में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी दूसरे टोकन को प्राप्त करते हैं उसके बाद उसे गर्भगृह में जाने की अनुमति प्रदान की जाती है. उक्त श्रद्धालु को मंदिर प्रांगण में प्रवेश मिलता है. मंदिर प्रांगण स्थित विशेष द्वार से श्रद्धालु मंदिर गर्भगृह में प्रवेश कर जलार्पण करते हैं. मंदिर प्रबंधन के अनुसार इस व्यवस्था से कांवरिया खुश हैं. शीघ्रदर्शनम की बेहतर व्यवस्था पर कांवरियों ने प्रसन्नता व्यक्त की.
शिवगंगा में एनडीआरएफ की टीम सक्रिय है
सावन मास बासुकिनाथ के पवित्र शिवगंगा में हजारों कांवरियों ने आस्था की डूबकी लगायी. शिवगंगा में श्रद्धालुओं की तादाद को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम शिवगंगा में पूरे अलर्ट मोड में है. मोटर बोट से शिवगंगा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा था. श्रद्धालु पूरे आस्था के साथ शिवगंगा में स्नान कर बाबा फौजदारी नाथ पर जलार्पण करने के लिए कतारबद्ध हो रहे थे.
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