केसरिया. प्रखंड विभिन्न क्षेत्रों में किसान अपने खेती में जुटे हुए हैं, जहां किसानों को पानी की समस्या से परेशानी उठानी पड़ रही है. इलाके के किसान नितेश कुमार चन्द्रवंशी, राजमोहन कुशवाहा, राजदीप कुशवाहा, रामकुमार गिरी, गया प्रसाद, दिलीप कुशवाहा समेत कई किसानों ने बताया कि खेती के काम किसानों के पसीने छूट रहे हैं. आज तक नहर में पानी नहीं आया, जबकि कुछ दिन पहले हुई बारिश से सिर्फ खेतों में नमी आई थी और अब कुछ दिनों पहले से छिटपुट बारिश भी नहीं हो रही है. धान रोपनी के लिए पानी की समस्या बनी हुई है. किसी तरह किसान निजी ट्यूबवेल से अपने खेतों में धान रोपनी का काम कर रहे हैं. किसानों ने बताया कि कृषि फीडर से आठ घंटे की जगह 16 घंटे किसानों को बिजली मिलनी चाहिए ताकि खेती के काम को पूरा किया जा सके. इधर कई खेतों में दरार पड़ने लगी है. जो किसान धान रोपनी कर चुके हैं उन खेतों में रोपनी किए गए धान सूखने का डर सता रहा है. इसको लेकर किसान काफी चिंतित हैं. किसानों का कहना है कि अभी अधिकतर खेतों में धान रोपनी का काम बाकी है, जहां पानी की समस्या से किसान मायूस दिख रहे हैं. किसानों ने बताया कि जो किसान अपने खेतों में धान का बिचडा़ डालें है उनके लिए परेशानी और बढ़ गयी है. इस हालत में किसानों के बीच बारिश का इंतजार है, जिससे किसान अपने खेतों में धान रोपनी कर सकें.
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