पिता ने दामाद, सास सहित ससुराल पक्ष पर पुत्री की हत्या का लगाया आरोप
बताया कि ससुराल वाले उनकी बेटी पर दहेज के रूप में 05 लाख रुपये मांगने का दबाव बनाने लगा
– घटना के 13 दिन बाद कब्र से खोदकर निकाला गया शव, जांच में राघोपुर. थाना क्षेत्र के गणपतगंज से एक हैरत अंगेज मामला सामने आया है. जहां एक महिला की मौत के 13 दिन बाद उसके शव को कब्र से निकालकर उसका पोस्टमार्टम करवाया गया है. इस घटना से जहां क्षेत्र में सनसनी फैली है. बताया जा रहा है कि थाना क्षेत्र के गणपतगंज वार्ड नंबर 06 में गत 18 जुलाई को एक शादीशुदा लड़की की संदिग्ध स्थिति में मौत के बाद उसे आनन-फानन में दफना दिया गया था. घटना की जानकारी देते हुए मृतका के पिता मो इलियास ने बताया कि उन्होंने अपनी छोटी बेटी 22 वर्षीया सालेहा फातमी की शादी करीब डेढ़ वर्ष पूर्व सहरसा जिले के सराही निवासी मो अंसार आलम के साथ करवाया था. शादी के 06 महीने बाद ससुराल वालों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर उन्हें प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. बताया कि ससुराल वाले उनकी बेटी पर दहेज के रूप में 05 लाख रुपये मांगने का दबाव बनाने लगा. जिस पर उनके द्वारा मना करने पर लड़की के साथ वे लोग मारपीट करने लगे. बताया कि सालेहा को एक बेटी हुई. जिसके बाद ससुराल वाले उन्हें और प्रताड़ित करने लगा. बताया कि ससुराल वालों ने बेटी का जेवर, गहना छीनकर उन्हें मायके गणपतगंज भेज दिया. बताया कि 17 जुलाई को दामाद एवं दामाद की मां उसके घर आये. दूसरे दिन 18 जुलाई की दोपहर करीब 3:30 बजे जब उसकी बड़ी बेटी घर पर नहीं थी. उसकी पत्नी सो रही थी. इसी दौरान दामाद और उनकी मां बेटी की गला दबाकर हत्या कर दिया. वे लोग चिल्लाने लगा कि उसकी बेटी छत से गिर गयी है. चिल्लाने की आवाज सुनकर पत्नी जब दौड़कर छत पर गई तो देखा कि बेटी को दामाद अपने गोद में लेकर नीचे आ रहा था. बोल रहा था कि सालेहा छत से गिर गई है. बताया कि उनकी पत्नी ने बेटी के गला पर एक निशान भी देखा. बताया कि दामाद एवं उनके अन्य लोगों द्वारा सालेहा को सहरसा स्थित एक निजी क्लिनिक में ले जाया गया. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद उसकी बेटी के शव को फिर गणपतंगज लाकर कब्रिस्तान में सुपूर्दे खाक कर दिया गया. बताया कि वह बेटी की हत्या के दूसरे दिन वह दिल्ली से घर आया. तब तक बेटी के ससुराल वालों ने दफनाने का सारा प्रकिया पूर्ण कर लिया था. बताया कि जब तक हम कुछ समझ पाते, तब तक सब लोगों ने उसे कब्रिस्तान में दफना दिया. उन्होंने बताया कि घटना के 03 दिन बाद जब उनकी पत्नी को होश आया. तब जाकर वो पूरी बात बतायी. इसके बाद राघोपुर थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाया है. मामले में थानाध्यक्ष नवीन कुमार ने बताया कि मामले में मृतका के पिता द्वारा आवेदन दिया गया है. मामले की जांच कर बुधवार को मजिस्ट्रेट एवं एफएसएल टीम के साथ वीडियोग्राफी कराते हुए कब्र से शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. आगे की प्रक्रिया की जा रही है.
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