90 साल बाद बन रहे हैं रक्षाबंधन पर चार अद्भुत संयोग

एक ओर जहां सावन में पांच सोमवारी का संयोग है, वहीं दूसरी ओर सावन की पूर्णिमा पर 90 साल बाद रक्षाबंधन पर चार अद्भुत संयोग बन रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 31, 2024 4:22 PM

एक ओर जहां सावन में पांच सोमवारी का संयोग है, वहीं दूसरी ओर सावन की पूर्णिमा पर 90 साल बाद रक्षाबंधन पर चार अद्भुत संयोग बन रहा है. 19 अगस्त सोमवार को सूर्योदय से लेकर रात्रि 8:40 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग है. इस दौरान राखी बांधने से भाई-बहन के रिश्ते की डोर मजबूत रहेगा.

ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन चार अद्भुत संयोग बन रहे है. वैदिक पंचांग के अनुसार 19 अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जायेगा और रक्षाबंधन के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शोभन योग और श्रवण नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है. इसके अलावा इस दिन सावन का अंतिम सोमवार भी है .ऐसे में यह दिन बेहद शुभ है. 19 अगस्त को सुबह से लेकर रात 8 बजकर 40 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग और रवियोग है. सर्वार्थ सिद्धि योग में किये गये सभी कार्यों में सिद्धियां प्राप्त होती है. ऐसे में इस समय में रक्षासूत्र बांधा जाये, तो भाइयों पर आने वाली सभी बाधाएं दूर होगी और उन्हें आरोग्य होने का का वरदान भी मिलेगा.

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भद्रा काल में राखी बांधना अशुभ, दोपहर 1:31 से रात्रि 9:25 बजे तक राखी बांधन से होगी भाई-बहन के रिश्ते की डोर

पंडित अंजनी शर्मा ने बताया कि 18 अगस्त को रात्रि 2:21 बजे भद्रा की शुरुआत हो रही है, जो अगले दिन 19 अगस्त को दोपहर 1:24 बजे तक रहेगा. यह भद्रा पाताल लोक का भद्रा होगा. भद्रा काल में रक्षा सूत्र बांधने शुभ नहीं माना जाता है. ऐसे में 19 अगस्त को दोपहर 1:30 बजे बाद रक्षासूत्र बांधा जायेगा. 19 अगस्त सोमवार को दोपहर 1:31 बजे से लेकर रात्रि 9:25 बजे तक रक्षासूत्र बांधने का शुभ समय है. इस समय में रक्षासूत्र बांधने से भाइयों को दीर्घायु के आशीर्वाद के साथ ऐश्वर्य और सौभाग्य का वरदान भी मिलेगा.

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