गांव-गांव में था भाजपा के खिलाफ माहौल
प्रतिनिधि, खूंटीखूंटी में पांच बार से विधायक रहे नीलकंठ सिंह मुंडा को झामुमो के राम सूर्या मुंडा ने पटखनी दे दिया. जब राम सूर्या मुंडा को झामुमो ने खूंटी विधानसभा
प्रतिनिधि, खूंटी
खूंटी में पांच बार से विधायक रहे नीलकंठ सिंह मुंडा को झामुमो के राम सूर्या मुंडा ने पटखनी दे दिया. जब राम सूर्या मुंडा को झामुमो ने खूंटी विधानसभा सीट के लिए टिकट दिया था तब मैच को एक तरफा माना जा रहा था, लेकिन मतदान के समय ही अंदाजा हो गया कि भाजपा के लिए राह मुश्किल है. मतदान के बाद से ही माना जा रहा था कि भाजपा को कड़ी टक्कर मिलेगी. मतगणना में झामुमो ने एक तरफा भाजपा को साफ को कर दिया. जिस प्रकार लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ गांव-गांव में हवा थी वही हवा इस बार विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिला. गांव तो गांव शहर में भी भाजपा के खिलाफ हवा चली. वहीं, भाजपा में संगठन में बिखराव और भाजपा विधायक के प्रति एंटी इनकंबेंसी का माहौल व झामुमो में एकजुटता ने भाजपा को हार की ओर ले गया. वहीं खूंटी में हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन के दौरे ने माहौल को अपने पक्ष में कर लिया.वोट कटवा को जनता ने नकारा :
पिछले विधानसभा चुनाव और इस विधानसभा चुनाव में जनता ने वोट कटवा और छोटे राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों को सिरे से नकार दिया. लोगों ने सिर्फ दो प्रमुख प्रत्याशियों को ही अपना वोट दिया. यह इस बात से ही समझा जा सकता है कि तोरपा विधानसभा क्षेत्र में तो नोटा तीसरे और खूंटी विधानसभा क्षेत्र में नोटा चौथे स्थान पर रहा.लोकसभा चुनाव में मिले थे 48804 मत :
लोकसभा चुनाव में भी खूंटी विधानसभा में भाजपा के खिलाफ एक तरफा कांग्रेस को मत मिला था. तब खूंटी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को 48804 मत मिले थे. वहीं, कांग्रेस के प्रत्याशी कालीचरण मुंडा को 96399 मत मिले थे. इस विधानसभा चुनाव में भी खूंटी विधानसभा क्षेत्र में 49668 मत मिले. लोकसभा चुनाव के अपेक्षा 864 मत अधिक मिले. वहीं झामुमो को लोकसभा के अपेक्षा 4678 मत कम मिले. झामुमो को विधानसभा चुनाव में 49668 मत मिले. ठीक इसी प्रकार तोरपा विधानसभा चुनाव में भी लोकसभा चुनाव का ही ट्रेंड नजर आया. लोकसभा चुनाव में तोरपा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को 79260 और भाजपा को 43840 मत मिले थे. उसी प्रकार इस विधानसभा चुनाव में झामुमो को 80887 और भाजपा को 40240 मत मिले. लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में दोनों प्रमुख दलों के वोट में महज कुछ का ही अंतर दिखा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है