Giridih News: असुरहड्डी जंगल में हो रहा बेशकीमती पत्थर का अवैध खनन

तिसरी प्रखंड के असुरहड्डी में चल रहे बेशकीमती पत्थर का खनन और तस्करी जारी है. वन विभाग की लगातार छापेमारी के बाद लोकाई नयनपुर थाना क्षेत्र के असुरहड्डी में पत्थर

By Prabhat Khabar News Desk | November 4, 2024 11:42 PM

तिसरी प्रखंड के असुरहड्डी में चल रहे बेशकीमती पत्थर का खनन और तस्करी जारी है. वन विभाग की लगातार छापेमारी के बाद लोकाई नयनपुर थाना क्षेत्र के असुरहड्डी में पत्थर माफिया अवैध खनन करवा रहे हैं. पहाड़ का सीना चीरकर उससे गोमेद, तिर्मुल्ली जैसे कीमती पत्थर निकाला जा रहा है. पत्थर जयपुर राजस्थान भेजा जा रहा है. बताया जाता है कि इस कार्य में बिहार के पटना, नवादा, बिहारशरीफ और झारखंड कोडरमा के कई लोग टीम बनाकर कार्य कर रहे हैं. इसमें असुरहड्डी, डूबा, लपरियार और नारोटांड़ के लोकल लोगों का भी सहयोग मिल रहा है. असुरहड्डी के जंगलों और पहाड़ों पर बेशकीमती पत्थर है. इसकी जानकारी 15 वर्षों पूर्व ही लोगों को तब हुईं थी जब यहां जयपुर के कई लोगों आये. उस समय भी गांव वालों को बाहर के लोगों ने बहला फुसलाकर पहाड़ की खुदाई करवाकर थोड़ा बहुत पत्थर चोरी-छिपे ले जाते थे. लेकिन, जब यह बात कोडरमा के एक व्यक्ति को पता चला, तो उसने इस कार्य में जयपुर वाले को जोड़ा. इसके बाद यहां बड़े पैमाने पर अवैध खनन किया जाने लगा. धीरे-धीरे इस कार्य में कई गांव के लोगों को जोड़ा जाने लगा, ताकि हल्ला नहीं हो. बाद में जिन्हें इस कार्य में हिस्सा नहीं मिला, वह विरोध करने लगे. इसके प्रशासन ने खदान को ध्वस्त कर दिया. इसके बाद भी अवैध खनन जारी है. इधर, प्रशासन की कार्रवाई होने की सूचना माफिया को पहले ही मिलने से वह मुख्य खदान के ऊपर लकड़ी का पट्टा लगाकर और मिट्टी डाल देते हैं. प्रशासन की टीम जेसीबी लेकर पहुंचती है, तो उसे खदान ही नहीं मिलता है. सामने जो खदान दिखता है, उसे ध्वस्त कर वापस कर टीम लौट जाती है. टीम के जाते ही माफिया पुन: खनन शुरू करा देते हैं. इधर, दुर्गापूजा के समय से ही लगातार पत्थरों का अवैध खनन जारी है. प्रतिदिन लाखों का बेशकीमती पत्थर की तस्करी हो रही है.

क्या कहते हैं अधिकारी

गांवा वन क्षेत्र के पदाधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि असुरहड्डी में संचालित कई पत्थर खदानों को ध्वस्त किया गया है और इस कार्य में शामिल कई लोगों को चिह्नित कर मामला दर्ज भी किया गया है. विभाग इस क्षेत्र में लगातार छापेमारी कर रही है. यदि इस तरह की फिर से अवैध खनन की सूचना मिली, तो कार्रवाई की जायेगी. किसी भी कीमत पर वन क्षेत्र अवैध कार्य होने नहीं होने दिया जायेगा.

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