ग्रामीणों ने श्रमदान कर बनाया बोरीबांध
खूंटी. मुरहू के घाघरा और जामटोली के बीच बनई नदी में बुधवार को श्रमदान कर ग्रामीणों ने बोरीबांध का निर्माण किया. ग्रामीणों ने एक-दूसरे के साथ मिलकर लगभग सात फीट
खूंटी.
मुरहू के घाघरा और जामटोली के बीच बनई नदी में बुधवार को श्रमदान कर ग्रामीणों ने बोरीबांध का निर्माण किया. ग्रामीणों ने एक-दूसरे के साथ मिलकर लगभग सात फीट उंचा और 100 मीटर लंबा बोरीबांध तैयार किया. बोरीबांध बनाने के बाद नदी में पानी लबालब भर गया. इससे लगभग 50 एकड़ भूमि की सिंचाई होगी. ग्रामीणों ने कहा कि बोरीबांध से सिंचाई कर ग्रामीण तरबूज की खेती करेंगे. पूर्व उप मुखिया जगन्नाथ मुंडा ने कहा कि अगर बोरीबांध नहीं बनता तो फरवरी माह के बाद नदी का बहाव थम जाता है. इससे दो गांवों के किसानों समेत आम लोगों को परेशानी होती है. अब पूरे गर्मी जामटोली व घाघरा गांव के लोगों को पानी की परेशानी नहीं होगी. बोरीबांध बनाने में अजय शर्मा, बसंत मुंडा, राहुल महतो, सूरज कर, जगन्नाथ मुंडा, बसंत मुंडा, हराधन मुंडा, माधुरी मुंडा, रघुनाथ मुंडा, दीपेश अधिकारी, महेंद्र मुंडा, सुखराम मुंडा, नीलुंग मुंडा, चौतू पाहन सहित अन्य ने योगदान दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है