हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन समेत अन्य बीमारियों से रहें सतर्क

पूर्णिया. किसी भी मौसम का सबसे ज्यादा और पहला असर कमजोर बच्चों और घर के बड़े बुजुर्गों पर पड़ता है. जिस प्रकार इनदिनों तेज धूप और बढे तापमान का मिज़ाज

By Prabhat Khabar News Desk | April 23, 2024 5:45 PM

पूर्णिया. किसी भी मौसम का सबसे ज्यादा और पहला असर कमजोर बच्चों और घर के बड़े बुजुर्गों पर पड़ता है. जिस प्रकार इनदिनों तेज धूप और बढे तापमान का मिज़ाज है, उस अनुसार अगर चिकित्सकों की मानें तो वर्तमान समय में शरीर में पानी की कमी से हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन से होने वाली बीमारियों से सुरक्षित एवं बचाव को लेकर हमेशा सतर्क रहने की आवश्यकता है इसकी पूर्ति के लिए पर्याप्त मात्रा में शुद्ध पेयजल के अलावा रसयुक्त आहार को अनिवार्य रूप से शामिल करना उचित होता है.

ताजी और हरी सब्जियों को करें भोजन में शामिल

प्रभारी सिविल सर्जन डॉ ओपी साहा ने बताया कि गर्मियों के दिनों में घर के बड़े बुजुर्गों की त्वचा खराब होने की संभावना बढ़ जाती है जिस कारण संक्रमण होने का खतरा बना रहता है. ऐसे मामलों में औषधीय या हर्बल साबुन का उपयोग करना बेहतर होता है. गर्मी के दिनों में स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनने से संक्रमण का खतरा कम हो जाता है. गंदे पकड़े पहनने मात्र से स्वच्छता और पाचन तंत्र भी प्रभावित होने की आशंका बनी रहती है. वहीं फूड पॉइजनिंग आदि का खतरा अत्यधिक होता है जिस कारण अपने आहार में ताजी और हरी सब्जियों को अनिवार्य रूप से शामिल करना चाहिए. गर्मी के दिनों में एलर्जी, कंजक्टिवाइटिस और कमजोरी होने का खतरा दो गुना बढ़ जाता है. इन सभी से बचाव एवं सुरक्षित रखने के लिए आंखों को गर्मी या अत्यधिक धूप से बचाने के लिए अपने आहार में विटामिन ए और विटामिन सी से परिपूर्ण फलों को शामिल करना चाहिए.

स्वास्थ्य खराब होने पर चिकित्सकों से लें सलाह अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) डॉ आर पी मंडल ने बताया कि यदि परिवार के किसी भी बड़े बुजुर्ग को कोई संक्रमित बीमारी होने का खतरा मंडरा रहा है तो नियमित अनिवार्य रूप से जांच करानी चाहिए. इसके अलावा यदि परिवार के किसी भी सदस्य का स्वास्थ्य ख़राब होने की स्थिति में है तो जल्द से जल्द नदजीकी स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों से सलाह लेनी चाहिए. चिकित्सकों से परामर्श लिए वग़ैर कोई भी दवा का सेवन नहीं करना चाहिए. जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में 24 घंटे चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित की गई है. हालांकि इसके अलावा विशेष जानकारी या उचित परामर्श के लिए क्षेत्र की आंगनबाड़ी सेविका या आशा कार्यकर्ताओं से संपर्क किया जा सकता है.

लू या हीट स्ट्रोक होने पर जरूर आजमाएं ये त्वरित उपाय :- व्यक्ति को ठंडे स्थान पर ले जाएं- शरीर का तापमान कम करें- अतिरिक्त कपड़े हटा दें- ठंडे पानी का इस्तेमाल करें- पंखे या एयर कंडीशनिंग का उपयोग- आइस पैक या कोल्ड कंप्रेस

– हाइड्रेशन के लिए पानी पिलाएं

फोटो. 23 पूर्णिया 17-सांकेतिक फोटो

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