हर दिन बिजली कट से शहरवासी परेशान
पूर्णिया. एक तरफ उमस भरी गर्मी और दूसरी तरफ बिजली कट और ट्रिपिंग के कारण शहर से गांव तक लोग बेहाल हैं. शहरवासियों को हर दिन गर्मी के साथ बिजली
पूर्णिया. एक तरफ उमस भरी गर्मी और दूसरी तरफ बिजली कट और ट्रिपिंग के कारण शहर से गांव तक लोग बेहाल हैं. शहरवासियों को हर दिन गर्मी के साथ बिजली संकट झेलना पड़ रहा है. बार-बार गुहार लगाने के बावजूद बिजली ट्रिप करने की समस्या का निदान नहीं हो पा रहा है. उपभोक्ताओं की यह परेशानी उस समय और बढ़ जाती है जब बिजली बार-बार कटती रहती है. गर्मी की वजह से बिजली की खपत अधिक बढ़ी हुई है. सप्लाई का लोड बढ़ा हुआ है पर बिजली कंपनी मौन है.
गौरतलब है कि शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक बिजली आपूर्ति की स्थिति खस्ताहाल है जबकि बिजली कंपनी दावा करती आ रही है कि शहरी क्षेत्र में जितनी मेगावाट बिजली आपूर्ति चाहिए उतनी मिल रही है. बिजली आपूर्ति में कहीं कोई कमी नहीं है. इतना ही नहीं मेंटेनेंस के नाम पर सिर्फ पेड़ की डाल कांट-छांट को लेकर आये दिन घंटों बिजली आपूर्ति बंद कर दी जाती है. इससे आमलोगों को एक साथ कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कमोबेश प्रतिदिन की स्थिति यह है कि दिन में 8 से 10 बार बिजली ट्रिप करती है. एक बार बिजली गई तो आधे से एक घंटे की प्रतीक्षा आम है. शहर तो शहर ग्रामीण इलाकों से भी यह शिकायतें लगातार आ रही हैं.हमेशा बिजी रहता है कंट्रोल रूम का फोन
बिजली कंपनी द्वारा जारी कंट्रोल रूम नंबर पर यदि फोन लग गया तो उपभोक्ता यही समझते हैं कि भगवान का दर्शन हो गया. क्योंकि कंट्रोल रूम नंबर हर समय बिजी ही बताता है. फोन लगने पर उपभोक्ता शिकायत जरुर करते हैं लेकिन समाधान के नाम पर कोई-न-कोई बहाना बना दिया जाता है. इधर से शहरी क्षेत्र में देर रात कभी 12 बजे तो कभी दो बजे बिजली गुल हो जाती है तो कभी अहले सुबह 4 बजे बिजली करीब एक से डेढ़ घंटे तक गुल रहती है. इस कारण लोग गर्मी में सो नहीं पाते हैं. बिजली कटौती के चलते घरों एवं दुकानों में कूलर, पंखे, फ्रिज, एसी भी महज शो पीस बन जाते हैं. मच्छरों के प्रकोप से लोग बीमारी का शिकार हो रहे हैं, लेकिन बिजली कंपनी के पास शटडाउन की बात बोल कर फोन रख देते हैं.
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