हत्या के तीन माह बाद भी पुलिस ने नहीं की काेई कार्रवाई

गांव की दर्जनों महिलाओं ने कोसी प्रक्षेत्र के आरक्षी उप महानिरीक्षक को दिया आवेदन सहरसा. सदर थाना क्षेत्र के अगवानपुर वार्ड नंबर 7 निवासी शंभु यादव सहित गांव की दर्जनों

By Prabhat Khabar News Desk | June 19, 2024 7:24 PM

गांव की दर्जनों महिलाओं ने कोसी प्रक्षेत्र के आरक्षी उप महानिरीक्षक को दिया आवेदन सहरसा. सदर थाना क्षेत्र के अगवानपुर वार्ड नंबर 7 निवासी शंभु यादव सहित गांव की दर्जनों महिलाओं ने कोसी प्रक्षेत्र के आरक्षी उप महानिरीक्षक मनोज कुमार से मिलकर पुत्र की हत्या में शामिल आरोपितों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई में लापरवाही का आरोप लगाते आवेदन देकर इंसाफ की गुहार लगायी है. आवेदन में पीड़ित ने सदर थाना में दर्ज मामले में दफा 302 व 34 भादवि के अभियुक्तों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई में लापरवाही पर गंभीर सवाल उठाया है. पीड़ित पिता ने आरोप लगाया है कि उनके पुत्र ज्योतिष कुमार की हत्या के तीन माह बाद भी पुलिस ने सभी नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी तक नहीं की है और मामले की जांच में भी लापरवाही बरत रही है. उन्होंने बताया कि 8 मार्च 2024 को उनके इकलौते पुत्र ज्योतिष कुमार की हत्या गांव के ही राजीव कुमार, प्रिंस कुमार, राजन कुमार, वकील यादव, रंजू देवी, रबेन यादव और सचिन यादव ने की थी. लेकिन तीन माह बाद भी पुलिस इन सभी में से राजन कुमार, वकील यादव, रंजू देवी व रबेन यादव की गिरफ्तारी अब तक नहीं की है. जिसके कारण सभी अभियुक्त खुलेआम घूम रहा है. इस मामले में वरीय पुलिस पदाधिकारियों को भी आवेदन दिया गया है. लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. घटना के संबंध में उपलब्ध सीसीटीवी फुटेज और मृतक के कॉल डिटेल्स की जांच के बावजूद पुलिस ने कोई खुलासा नहीं किया है. इसके अलावा पीड़ित ने पुलिस पर घटना स्थल का उचित निरीक्षण भी नहीं करने का आरोप लगाया है. खुलेआम घूम रहे नामजद आरोपित उन्हें और गवाहों को हमेशा धमकाते रहते हैं एवं समझौता करने के लिए दबाव डालते रहते हैं. आरोपियों द्वारा हमेशा यह धमकी दी जाती है कि यदि वह न्यायालय में समझौता आवेदन नहीं देते हैं तो उनके परिवार के सभी सदस्यों की हत्या कर दी जायेगी. वहीं पीड़ित ने यह भी बताया कि जब वह और केस के गवाह अनुसंधानकर्ता के पास जाते हैं तो उन्हें डांट फटकार कर भगा दिया जाता है. पीड़ित ने अपने पुत्र की हत्या की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर उचित कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए कई बार आवेदन दिया है. लेकिन स्थानीय पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया. पीड़ित ने मुख्यमंत्री, डीजीपी, मुख्य सचिव, आईजी व पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version