jamshedpur : आज खुलेगा रोज गार्डेन, 1580 गुलाब के पौधों का करें दीदार

जमशेदपुर. शहरवासी 29 दिसंबर से फ्लावर शो देखने की तैयारी कर रहे हैं. इस बीच शहरवासियों को सर दोराबजी रोज गार्डेन के रूप में एक और सौगात मिलने जा रही

By Prabhat Khabar News Desk | December 20, 2024 11:20 PM

जमशेदपुर. शहरवासी 29 दिसंबर से फ्लावर शो देखने की तैयारी कर रहे हैं. इस बीच शहरवासियों को सर दोराबजी रोज गार्डेन के रूप में एक और सौगात मिलने जा रही है. 21 दिसंबर को उद्घाटन के बाद इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जायेगा. गार्डेन में चार रोज बेड बनाये गये हैं. एक रोज बेड का आकार 300 वर्ग मीटर का है. इसमें नीचे की तरफ आठ क्यारी और ऊपर की ओर एक गोल क्यारी है. जिसमें गुलाब खिल रहे हैं. हॉर्टिकल्चर सोसाइटी जमशेदपुर के बरेन मैती ने बताया कि गार्डेन में पांच प्रजातियों के 1580 गुलाब के पौधे लगाये गये हैं.

पहले बेड में 540 पौधे

पहले बेड में मिनीयेचर और पॉलीएंथस प्रजाति के गुलाब हैं. मिनीयेचर में छोटे और कम फूल निकलते हैं. इसकी पत्तियां भी छोटी होती हैं. पॉलीएंथस के फूल भी छोटे होते हैं. लेकिन इसमें कई फूल निकलते हैं. क्यारी में पॉलीएंथर के बहुत सारे फूल खिले हैं. जो दूर से तितली के आकार में दिखायी दे रहे हैं. दोनों प्रजातियों में पिंक, रेड, मेजेंडा, डीप रेड, येलो रंग के फूल हैं. इस बेड में 540 पौधे हैं. चूंकि दोनों प्रजातियां काफी मिलती-जुलती हैं. इसलिए दोनों को एक ही बेड में रखा गया है.

ग्रैंडी फ्लोरा : एक डाली में अधिक फूल

दूसरे बेड में ग्रैंडी फ्लोरा प्रजाति के गुलाब हैं. इस प्रजाति में एक डाली में अधिक-से-अधिक फूल खिलते हैं. इसकी पत्तियां भी मिनीयेचर और पॉलीएंथस की तुलना में बड़ी होती हैं. इस बेड में सफेद, गुलाबी, लाल और पीले रंग के गुलाब हैं. तीसरे बेड में हाइब्रीड टी प्रजाति के गुलाब हैं. इस प्रजाति में फूल कम होते हैं लेकिन काफी बड़े होते हैं. पत्तियां भी बड़ी होती हैं. यह इसकी पहचान है. इसमें हर रंग के गुलाब के अलावा बाय कलर यानी एक ही फूल में दो रंग भी हैं. यहां एक ही फूल में सफेद और गुलाबी रंग दिखाई देते हैं. चौथे और अंतिम बेड में फ्लोरी बंडा प्रजाति के गुलाब हैं. इसमें बंच में फूल आते हैं. जो अपेक्षाकृत छोटे होते हैं.

लोगों को देखने के लिए बना पाथ

हर बेड के चारों ओर लोगों को देखने के लिए पाथ बनाये गये हैं. रोज गार्डेन से सीढ़ी के जरिये दोराबजी पार्क में जाया जा सकता है. बरेन मैती ने बताया कि इंडियन रोज फेडरेशन की डिमांड रहती है कि रोज कन्वेंशन व रोज शो उसी शहर में हो जहां रोड गार्डेन रहे. अब जबकि रोड गार्डन बनकर तैयार है, तो इस मर्तबा 12 साल के बाद यहां रोज कन्वेंशन व रोज शो होने जा रहा है.

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