जिले में 10 लाख लोगों के बनेंगे आयुष्मान कार्ड, बनाय गये सौ से अधिक सेंटर
प्रतिनिधि, खगड़िया आयुष्मान कार्ड के लिए जिले में विशेष अभियान चलाया जायेगा. इस विशेष अभियान के तहत सातों प्रखंडों में आयुष्मान कार्ड से वंचित करीब लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड
प्रतिनिधि, खगड़िया आयुष्मान कार्ड के लिए जिले में विशेष अभियान चलाया जायेगा. इस विशेष अभियान के तहत सातों प्रखंडों में आयुष्मान कार्ड से वंचित करीब लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जायेंगे. आयुष्मान कार्ड से वंचित (जिनका कार्ड नहीं बना है ) शत-प्रतिशत परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाने सहित इस कार्य में तेजी लाने के निर्देश प्रभारी डीएम अभिषेक पलासिया ने दिये हैं. प्रभारी डीएम ने बताया कि विशेष अभियान के दौरान आगामी 10 दिसंबर तक लोग अपना कार्ड बना सकेंगे. आयुष्मान कार्ड निर्माण को लेकर प्रखंडों में सौ से अधिक सेंटर बनाए गए हैं, जहां लोगों के निःशुल्क कार्ड बनाये जा रहे हैं. 10 लाख लोगों के बनेंगे कार्ड इस विशेष अभियान के तहत जिले में आयुष्मान कार्ड से वंचित करीब दो लाख परिवारों के 10 लाख सदस्यों के आयुष्मान कार्ड बनाये जायेंगे. जिसके लिये सातों प्रखंड कार्यालय, सभी पीएचसी, जिले के सभी पंचायत, जीविका के 28 सीएलएफ पर आयुष्मान कार्ड बनाने की व्यवस्था की गयी है. बता दें कि जिनके पास राशन कार्ड तथा आधार कार्ड है, वे लोग ही आयुष्मान कार्ड बना सकेंगे. प्रभारी डीएम ने सिविल सर्जन तथा आयुष्माण कार्ड से जुड़े पदाधिकारी को नियमित रूप से समीक्षा करने के निर्देश दिये हैं. जरूरत पड़ने पर और भी सेंटर स्थापित करने के इन्होंने निर्देश दिये हैं. 1350 आशा घर-घर बनायेगी कार्ड. जिले के विभिन्न सेंटरों यानि पंचायत भवन, प्रखंड कार्यालय, स्वास्थ्य केंद्र के साथ-साथ घर में भी आयुष्मान कार्ड बनाने की व्यवस्था की गयी है. आयुष्मान भारत कार्ड के डीपीसी अमीश नारायण अमर ने बताया कि सातों प्रखंडों में 1350 आशा को ट्रेनिंग के साथ-साथ ऑपरेटर आईडी दिये गए हैं. ये आशा भी आयुष्मान मोबाईल एप्लीकेशन एप के जरिये घर-घर जाकर लोगों के आयुष्मान कार्ड बनायेंगे. बताया कि बुधवार को मानसी प्रखण्ड के खुटिया, अमनी एवं चकहुसैनी में आशा को आयुष्मान कार्ड बनाने की ट्रेनिंग दी गयी. कार्डधारियों का प्रतिवर्ष पांच लाख तक होगा फ्री इलाज प्रभारी डीएम ने बताया कि आयुष्मान कार्ड के आधार पर बीमार व्यक्ति पांच लाख रुपये तक प्रतिवर्ष अपना इलाज चयनित अस्पतालों में करा सकेंगे. इस कार्ड की सुविधा परिवार के सभी सदस्य ले सकेंगे. यानि आयुष्मान कार्ड में शामिल प्रत्येक सदस्य एक साल में पांच – पांच लाख रुपये तक निः शुल्क इलाज करा सकेंगे. अगर किसी परिवार में सदस्यों की संख्या चार है तो एक साल में ये चारों सदस्य 20 लाख रुपये ( प्रत्येक सदस्य 5-5 लाख ) तक निःशुल्क इलाज सरकार द्वारा चयनित अस्पतालों में करा सकेंगे. सेविका, आशा व पंचायत कर्मी करेंगे लोगों को प्रेरित आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के आयुष्मान कार्ड लोगों के लिए जरूरी है, लेकिन लोगों में जागरूकता/ जानकारी का अभाव है. इसके कारण कार्ड बनाने में लोग रुची नहीं दिखा रहे हैं. आंकड़े के मुताबिक अबतक जिले में 37 प्रतिशत लोगों के ही आयुष्मान कार्ड बन पाये हैं. बड़ी संख्या में लोग कार्ड से बंचित हैं. जानकारी के मुताबिक जिले में 16 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड की सुविधा प्रदान करना है, लेकिन अब तक छह लाख लाभार्थी ही लाभान्वित हुए हैं. 10 लोगों का कार्ड नहीं बन पाया है. इसी साल जुलाई महीने में भी आयुष्मान कार्ड को लेकर विशेष अभियान चलाए गए थे. वर्तमान समय में भी चल रहे अभियान के तहत 43 सौ लोगों के ही कार्ड बने हैं. डीएम ने आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए लोगों को प्रेरित करने तथा उन्हें सेंटर पर लाने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका, आशा कार्यकर्ता आदि को सौंपी है. ये सभी अपने- अपने वार्ड/ पंचायतों में डोर-टू-डोर जाकर लोगों को आयुष्मान कार्ड का महत्व बताकर उन्हें 10 दिसंबर तक अपने नजदीक के सेंटर पर जाकर कार्ड बनाने के लिये प्रेरित करेंगे. ——— आयुष्मान कार्ड के लिए जिले भर में विशेष अभियान चलाया जायेगा. 10 दिसंबर तक चलने वाले इस विशेष अभियान के तहत बचे हुए लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जायेंगे. राशन कार्डधारियों के कार्ड बनेंगे. आयुष्मान कार्ड के लिए आधार कार्ड भी जरूरी है. पंचायतों में सेविका, सहायिका, आशा व पंचायत कर्मी लोगों को जागरूक तथा आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित करेंगे. यह कार्ड सभी लोगों (जो पात्र हैं) के लिए है, क्योंकि गंभीर रूप से बीमार पड़ने पर इस कार्ड के आधार पर वे मुफ्त में अपना इलाज करा सकेंगे. अभिषेक पलासिया, प्रभारी डीएम
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