जिले में बढ़ी ठंड, पूरे दिन लोग रहे परेशान
प्रतिनिधि, मधेपुरासुबह में कोहरा दिन में धूप व शाम में अधिक ठंड के कारण मौसम की अमूमन यही स्थिति बनी हुई है. मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया कि 10
प्रतिनिधि, मधेपुरा
सुबह में कोहरा दिन में धूप व शाम में अधिक ठंड के कारण मौसम की अमूमन यही स्थिति बनी हुई है. मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया कि 10 दिसंबर से ठंड बढ़ जायेगी, लेकिन नौ दिसंबर की सुबह से ही ठंड बढ़ गयी. सोमवार को ठंड की रफ्तार तेज हो गयी. वैसे सुबह में अभी लगातार कोहरा झेलना होगा. शुक्रवार को मौसम का अधिकतम तापमान 21 व न्यूनतम तापमान 12 रिकॉर्ड किया गया.हर्ट के मरीज रहें सावधान
डॉ नवीन कुमार ने बताया कि सर्दियों में दिल का दौरा पड़ने के लगभग 53 प्रतिशत मामले केवल सुबह के समय होते हैं. गर्मियों की तुलना में सर्दियों में हार्ट अटैक के मामले लगभग 25 प्रतिशत बढ़ जाते हैं. इस मौसम में कोरोनरी आर्टरी डिजीज यानी हार्ट की ब्लड वेसेल्स में थक्का जमने के कारण दिल का दौरा पड़ने के मामले बढ़ जाते हैं. इन्हें सावधानियां बरतकर हद तक रोका जा सकता है. जब धूप हो, तभी घर से बाहर निकलें. डॉक्टर बताते हैं कि अत्यधिक वसायुक्त खाने से रक्त में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना और फिर हृदय धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा होना शामिल है. इसी तरह हृदय धमनियों में कैल्शियम भी जमा हो सकता है, जिससे दिल को पर्याप्त रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाती और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है. उन्होंने कहा कि अत्यधिक ठंड के कारण हृदय के अलावा मस्तिष्क और शरीर के अन्य अंगों की धमनियां सिकुड़ती हैं. इससे रक्त प्रवाह में रुकावट आती है और रक्त के थक्के (ब्लड क्लॉट) बनने की आशंका बढ़ती है. ऐसे में ठंड में हृदय रोगी हर 15 दिनों पर दिल की जांच कराते रहें.सही देखभाल और पोषण से स्वस्थ रहे बचपन, सर्दी से बचाने के लिए शरीर को रखे गर्मडॉ नवीन कुमार ने माताओं को सलाह दिया कि शिशु को सर्दी से बचाने के लिए उनके खान-पान का विशेष रूप से ध्यान रखें. ठंडी वस्तुओं जैसे आइसक्रीम कोल्ड ड्रिंक से उनको तुरंत सर्दी हो सकता है. इसलिये हमेशा हल्का गर्म पानी तथा गुनगुना पानी ही पिलाए. ठंड के मौसम में बच्चे पानी कम पीते हैं, जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाने से वो बीमार पड़ सकते हैं. इसलिये उन्हें ज्यादा ज्यादा तरल भोजन (दूध पानी) देकर पानी की कमी को दूर करें.
ठंड के साथ ही बच्चों में फ्लू ,सर्दी जुखाम हइपोथर्मिया, इनफ्लुएंजा जा अस्थमा डोंट राइट एचएसएस अस्थमा, समस्याओं की शुरुआत होती है. बच्चों में वयस्कों की अपेक्षा रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से यह बीमारी की चपेट में जल्दी आ जाते हैं. इसलिए हर मां की चिंता यही होती है कि वह इस मौसम में बच्चों को इन लोगों से कैसे सुरक्षित रखें.आहार में मिलाएं विविधता
शिशु की संपूर्ण विकास के लिए शुरूआती कुछ वर्ष और उस अवधि में मिलने वाला पोषक महत्वपूर्ण होता है. इसलिए उनके आहार में विविधता लाए और सभी आवश्यक पोषक तत्व जैसे आयरन कैल्शियम मिनिरल्स आदि शामिल करें. दलिया चावल रोटी, दाल, घी, दूध ,तेल ,गुड़, अंडा ,मछली मौसमी फल, हरी पत्तेदार सब्जियां ,खट्टे फल में उन्हें शारीरिक और रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होगा और बच्चे सेहतमंद रहेंगे. खांसी, सर्दी, जुकाम व बुखार से लोग परेशान हैं. सबसे अधिक बुजुर्ग व बच्चे प्रभावित हो रहे हैं. चिकित्सकों ने बदल रहे मौसम में लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की सलाह दी है.बीमारी से सावधान रहें लोग
सर्दी के मौसम में जहां कई बीमारियां सिर उठाने लगती है, वहीं कुछ बीमारी पीड़ित लोगों में इनका खतरा बढ़ जाता है. ऐसी बीमारियों में दिल का दौरा पड़ने की आशंका अधिक होना, जोड़ों में दर्द होना, साइनोसाइटिस और रक्तचाप की समस्या प्रमुख है. डॉक्टर बताते हैं कि हमारी बिगड़ती जीवनशैली, खानपान और ऐसे कई ज्ञात और अज्ञात कारणों से हर पांच में से एक व्यक्ति उच्च रक्तचाप कि समस्या से पीडित है. उन्होंने बताया कि हमारे शरीर में हृदय द्वारा पंप किया हुआ रक्त, धमनियों के माध्यम से शरीर के विभिन्न अंगों तक पहुंचता है, ताकि वह सुचारु रूप से काम कर सके.ठंड में इन बातों का रखे ख्याल
चिकित्सक डॉ हर्ष सिंधु ने कहा कि उच्च रक्तचाप के मरीजों को कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए. भोजन में नमक का इस्तेमाल कम-से-कम करें. जहां तक संभव हो तली-भुनी चीजों, डब्बाबंद खाद्य पदार्थों, अल्कोहल, सिगरेट आदि से दूर रहें. अपना वजन संतुलित रखने की कोशिश करें. नियमित रूप से 20 मिनट का शारीरिक व्यायाम करें. अगर बाहर ज्यादा ठंड हो तो सुबह के बजाय शाम में सैर करने के लिए जाएं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है