जिले में उष्म लहर जारी, सुबह से ही गर्मी से परेशान हो रहे लोग

उमस लोगों को नहीं लेने दे रही राहत, लंबी अवधि के धान के बिचडे़ की बुआई शुरू करें किसान सहरसा . गर्मी का मौसम अपने उफान पर है. प्रतिदिन तापमान

By Prabhat Khabar News Desk | June 18, 2024 5:56 PM
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उमस लोगों को नहीं लेने दे रही राहत, लंबी अवधि के धान के बिचडे़ की बुआई शुरू करें किसान सहरसा . गर्मी का मौसम अपने उफान पर है. प्रतिदिन तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है. ऐसे में लोगों को लू से ग्रसित होने की संभावना बढ़ गयी है. गर्मी के मौसम में बड़ों के साथ बच्चों को कई तरह के संक्रमण के साथ डायरिया, पानी में कमी जैसी विभिन्न परेशानियों से ग्रसित होने की संभावना बढ रही है. अपने दैनिक कार्यों में बाहर निकलने वाले लोगों को ज्यादातर लू से ग्रसित होने की संभावना रहती है. लोगों को लू से सुरक्षित रहने के लिए विशेष रूप से ध्यान रखने की जरूरत है. हालांकि मंगलवार को तापमान में तो कमी नहीं रही. लेकिन हल्की पूर्वा हवा से लोगों ने थोडी राहत अवश्य महसूस की. रह-रहकर आसमान में थोड़ी देर के लिए बादल छाने से लोगों को थोडी राहत रही. लेकिन उमस रहने से लोग परेशान रहे. घरों में भी पंखे व कूलर की गर्म हवा राहत दिलाने में असफल है. बिजली की आंख मिचौली जारी है. बढती गर्मी से जनजीवन प्रभावित हो रहा है. लोग दिन भर छांव की तलाश में रहते हैं. राहगीर की नजर जहां पेड़ की छांव पर पडी, कदम रूक जा रहे हैं. हालांकि उमस भरी गर्मी से वहां भी लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है. धीरे-धीरे बेतहाशा गर्मी बढती जा रही है. पूर्व में मौसम विभाग ने निर्धारित समय से पूर्व मॉनसून प्रवेश की संभावना व्यक्त की थी. लेकिन मॉनसून के समय से विलंब हो रहा है. मौसम पूर्वानुमान में गुरुवार तक तापमान में बढ़ोतरी के आसार हैं. लोगों के साथ-साथ पशु, पक्षी भी परेशान हैं. तीखी धूप एवं उमस भरी गर्मी से बुखार, गले में दर्द, सिर दर्द व बेचैनी के मरीज बढ़ रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में बार-बार बिजली आने जाने से भी लोगों को काफी परेशान हो रही है. बढ गयी है ह्यूमिडिटी, पारा पहुंचा 37 के पार तापमान बढ़ने से ह्यूमिडिटी काफी बढ़ गयी है. जो लोगों को बेचैन कर रही है. जानकारी देते अगवानपुर कृषि महाविद्यालय के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि ह्यूमिडिटी के बढ़ने से गर्मी लोगों को ज्यादा सता रही है. उन्होंने बताया कि मंगलवार को लगभग 37 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड किया गया है. उन्होंने बताया कि कोसी क्षेत्र में 15 जून के बाद मॉनसून एंट्री होने की संभावना रहती है. लेकिन इस बार मॉनसून का प्रवेश थोड़ा विलंब से हो रहा है. अनुकूल समय नहीं मिलने से मॉनसून के प्रवेश में थोडा विलंब हुआ है. लेकिन अब 20 जून तक पूर्णियां के रास्ते मॉनसून कोसी क्षेत्र में प्रवेश की पूरी संभावना है. धान के बिचडे गिराना शुरू करें किसान अगवानपूर कृषि महाविद्यालय के तकनीकी पदाधिकारी ने कृषकों को इस मौसम में ही लंबी अवधि वैरायटी के धान के बिचड़े गिराने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि लंबी अवधि के राजश्री, सवर्णा, सवाना वन, 6444 धान के बिचड़े किसान खेतों में डालें. जिससे अच्छी पैदावार हो सकेगी. उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में किसान लेट से बिचड़े डालते हैं, जिससे ऊपज कम होती है. उन्होंने कहा कि इस अवधि में बिचडे डालने से धान की पैदावार जहां अधिक होती है. वहीं धानों में कम रोग लगते हैं. कृषक इस समय का लाभ उठाते हुए अभी से ही लंबी अवधि के बिछड़े डालने की तैयारी शुरू कर दें. इसके लिए खेतों में थोडी नमी के लिए पटवन करें. फोटो – सहरसा 01 – गर्मी से बचने का प्रयास करती युवती.

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