जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित माही, अल्तमस एवं धीरज को इलाज के लिए भेजा गया अहमदाबाद

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत होगा निःशुल्क उपचारजरूरतमंदों को आरबीएसके टीम के सहयोग से मिल रही है बेहतर स्वास्थ्य सुविधा किशनगंज.मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना बच्चों को सुविधाजनक तरीके

By Prabhat Khabar News Desk | July 5, 2024 8:19 PM

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत होगा निःशुल्क उपचारजरूरतमंदों को आरबीएसके टीम के सहयोग से मिल रही है बेहतर स्वास्थ्य सुविधा किशनगंज.मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना बच्चों को सुविधाजनक तरीके से समुचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक नई पहल है. इसी क्रम में जिले में मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना के अंतर्गत जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित जिले के टेढ़ागाछ प्रखंड के अल्तमस एवं धीरज वही कोचाधामन प्रखंड के माही नाज को सफल इलाज के लिए एम्बुलेंस के द्वारा पटना तथा वहां से हवाई जहाज से अहमदाबाद भेजा गया है. सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया कि जिले में हृदय में छेद के साथ जन्में 50 से अधिक बच्चों की मुफ्त सफल सर्जरी हो चुकी है. बताया कि आरबीएसके में शामिल मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत जिले में हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का समुचित इलाज हो रहा व पीड़ित बच्चे स्वस्थ्य भी हो रहें हैं. जो आरबीएसके टीम की सकारात्मक पहल का परिणाम है. इसके लिए जिले में पीएचसी से लेकर जिला स्तर के अस्पतालों में तैनात आरबीएसके टीम क्षेत्र भ्रमण कर ऐसे बच्चों को ना सिर्फ चिह्नित कर रही बल्कि, उसका निःशुल्क समुचित इलाज भी सुनिश्चित करवा रही है. ताकि पीड़ित बच्चे को सुविधाजनक तरीके से सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ मिल सके. जिससे लोगों में सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं के प्रति विश्वास बढ़े व उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी मिल सके. वहीं, इस दौरान सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी भी दी जा रही और लाभ लेने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है. जिससे अधिकाधिक लोग सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का सुविधाजनक तरीके से लाभ ले सकें और अनावश्यक परेशानियों से दूर रहें.

मुफ्त में होगा समुचित उपचार

जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ मुनाजिम ने बताया कि तीनों बच्चों का इलाज सात निश्चय कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अंतर्गत बिल्कुल मुफ्त होगा. इसमें मरीज बच्चा और उसके एक अभिभावक को सरकार अपने खर्चे पर अहमदाबाद ले जाकर उचित इलाज करवाती है. उनके मुताबिक तीनो बच्चों को जन्म से ही दिल में छेद था, जिससे उनका सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा था. उसके पिता ने बताया कि बच्चों को बार बार बुखार तथा जल्द ही थकान होने लगती थी. उन्होंने ने कहा कि अहमदाबाद इलाज के लिए जा रहे बच्चों की स्क्रीनिंग आईजीआईसी में हुई थी. जहां उनके दिल में छेद होने की पुष्टि हुई. इलाज के बाद इनका फॉलोअप भी किया जाएगा.

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