जप से ही प्राप्त होगी विशिष्ट सिद्धि: साध्वी श्री
फारबिसगंज. शहर के आरबी लेन में स्थित तेरापंथ भवन में आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री स्वर्ण रेखा जी ठाणा चार की सन्निधि में आज पर्युषण
फारबिसगंज. शहर के आरबी लेन में स्थित तेरापंथ भवन में आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री स्वर्ण रेखा जी ठाणा चार की सन्निधि में आज पर्युषण महापर्व का छठां दिन जप दिवस के रूप में मनाया गया. कार्यक्रम की शुभ शुरुआत महिला मंडल के द्वारा भगवान महावीर व भगवान पार्श्वनाथ भगवान की स्तुति के साथ की गयी. तत्पश्चात स्थानीय महिला मंडल की बहनों के द्वारा पर्यूषण पर्व के जप दिवस पर एक गीतिका का गान किया गया. साध्वी श्री गौतमयशा जी ने जप के महत्व को समझाते हुये उसकी गरिमा का गुणगान किया व कहा कि कभी भी हमें समस्याओं से घबराना नहीं चाहिये, समस्याओं को सुलझाने के लिये हमारे पास जप रूपी जंजीर है, जिससे हम अपने दुखों व समस्याओं अपने पास फटकने भी नहीं देंगे व उनसे मुक्ति भी पा सकते हैं. साध्वी श्री स्वर्ण रेखा जी ने कहा कि पर्युषण पर्व आत्मसाधना व आत्म आराधना का पर्व है. व्यक्ति त्याग तपस्या के द्वारा अपने इंद्रिय मन व चित्त को संयमित करते हुये अपनी आत्मा के निकट जाने का प्रयास करता है. आत्मा के निकट जाने के लिये व्यक्ति के द्वारा गृहीत किये हुये व्रत, जप व ध्यान उसे परमात्मा मे लीन होने का मार्ग अग्रसर करते हैं. कार्यक्रम का कुशल संचालन रजनीश बेगवानी ने किया. पर्युषण के पहले दिन से श्रावक श्राविकाओं की अच्छी संख्या में उपस्थिति देखी गई व छठे दिवस तक आते-आते तो तेरापंथ भवन परिसर पूरी तरह से श्राविकाओ से खचा-खच भरा रहता है. पड़ोसी देश नेपाल के विराटनगर से व हनुमान नगर से श्राविकाएं अपनी तपस्या लेकर साध्वी श्री के समक्ष प्रस्तुत हुई.
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