बहादुरगंज. क्षेत्र में जारी यूरिया एवम डीएपी जैसी खाद की किल्लत को ले नप बहादुरगंज की मुख्य पार्षद सेहरा तहसीन ने जिलाधिकारी किशनगंज को पत्र प्रेषित कर यथोचित प्रशासनिक पहल का आग्रह किया है. डीएम को प्रेषित पत्र में मुख्य पार्षद ने जिक्र किया है कि किसानों के द्वारा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मकई व अन्य फसलों की खेती की जा रही है. जबकि बहादुरगंज स्थित बिस्कोमान भवन में आजतक यूरिया खाद उपलब्ध ही नहीं हो पायी है. रही बात डीएपी की तो 1700 बैग ही यहां के लिए उपलब्ध हो सका है, जो जरूरत के अनुपात में काफी कम है. इससे पहले बहादुरगंज, दिघलबैंक एवम टेढ़ागाछ को मिलाकर बहादुरगंज में एक मात्र बिस्कोमान कार्यालय है. मुख्य पार्षद प्रतिनिधि वशीकुर रहमान ने बताया कि बहादुरगंज, दिघलबैंक एवं टेढ़ागाछ को मिलाकर तकरीबन दो हजार हेक्टेयर जमीन पर किसानों के द्वारा मक्के की खेती की जा रही है. पांच हजार बैग से भी कहीं ज्यादा सिर्फ डीएपी की आवश्यकता है. जबकि बिस्कोमान में अबतक केवल 17 सौ बैग ही डीएपी उपलब्ध हो सका है. नतीजा सामने है कि किसानों की खेती प्रभावित हो रही है या फिर खुले बाजार में मनमानी कीमत पर किसान खाद खरीदने को मजबूर हैं.
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