दूसरी शादी टूटने से खुशी को लगा सदमा, इलाज के दौरान मौत
बीते 29 फरवरी को भी शादी का मंडप बना था, लेकिन शादी नहीं हो पायी. अब 26 अप्रैल को फिर से यहां शहनाई बजने की तैयारी चल रही थी, लेकिन यहां भी शादी टूट गयी.
रक्सौल. जिस परिवार में 26 अप्रैल को शहनाई बजनी थी, वहां मातमी सन्नाटा है. एक ऐसा परिवार जहां बीते 29 फरवरी को भी शादी का मंडप बना था, लेकिन शादी नहीं हो पायी. अब 26 अप्रैल को फिर से यहां शहनाई बजने की तैयारी चल रही थी, लेकिन यहां भी शादी टूट गयी. इससे हरैया ओपी क्षेत्र के भरतमही गांव निवासी शिव शंकर तिवारी की पुत्री खुशी को सदमा लगा और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. पीड़ित परिवार अपनी बेटी की मौत के लिए आरोपितों के परिवार के साथ-साथ पुलिस प्रशासन को भी जिम्मेवार ठहरा रहा है. बता दें कि हरैया ओपी क्षेत्र के पंटोका पंचायत स्थित भरतमही गांव के शिवशंकर तिवारी की पुत्री खुशी कुमारी की शादी बीते 29 फरवरी को होनी थी. लेकिन उसी दिन खुशी को जबरदस्ती घर से भगा लिया गया. इसके बाद परिवार ने इसकी शिकायत थाने में की और केस दर्ज होने के बाद आरोपियों ने खुशी को मोतिहारी एक महिला के पास में छोड़ दिया. इन सब के बीच जैसे-तैसे आगामी 26 अप्रैल को दूसरा रिश्ता नरकटियागंज में तय कर शादी की तैयारी चल रही थी, लेकिन लड़के वाले को पहली घटना की खबर लग गयी 31 मार्च की शाम लड़के वालों ने शादी से इंकार कर दिया. प्यार में धोखा मिलने के बाद टूट चुकी खुशी सदमा बर्दास्त नहीं कर सकी और उसकी तबीयत खराब हो गयी. पटना में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. जनप्रतिनिधियों के पहल पर शांत हुआ मामला
इधर, घटना के बाद मौके पर पहुंची हरैया ओपी पुलिस को लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा. पुलिस से लोग आरोपियों की लगातार गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. बाद में अधिवक्ता सह मुखिया प्रतिनिधि उमेश प्रसाद चौरसिया, उप प्रमुख शंभू दास व पंचायत के अन्य लोगों के समझाने पर पीड़ित परिवार के लोग शव के पोस्टमॉर्टम के लिए तैयार हुए.