प्रतिनिधि, कोढ़ा कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र के किसानों को इन दिनों साइबर ठग फोन पर क्षतिपूर्ति या किसी भी अनुदान का लाभ देने का प्रलोभन देकर ऑनलाइन राशि की ठगी की जा रही है. आये दिन प्रखंड के विभिन्न पंचायत के किसानों को साइबर ठग के द्वारा फर्जी किसान सलाहकार या उनके सहकर्मी बनकर क्षतिपूर्ति या किसी भी अनुदान का लाभ देने का प्रलोभन देकर किसानों को ऑनलाइन राशि की ठगी का शिकार बनाया जा रहा है. जिसमें प्रखंड के कई किसान अभी तक पैसे की ठगी का शिकार हो चुके हैं. मालूम हो कि इस प्रकार से ठगी करने वाले के पास कृषि कर्मी सहित किसानों का सारा डाटा जैसे कि मोबाइल नंबर, बैंक खाता संख्या, आधार का विवरण, किसान पंजीयन, पीएम किसान सम्मन निधि समेत सारे डिटेल्स मौजूद रहते हैं. वह इसके आधार पर किसानों को यह आसानी से यकीन दिला देते हैं कि वह सचमुच कृषि विभाग से संबंधित कर्मी है. किसान आसानी से उनके झांसे में आ रहे हैं और साइबर ठग ऑनलाइन रुपया को पे फोन पर या गूगल पर या पेटीएम नंबर पर लेने में सफल हो रहे हैं. बताते चलें कि दो दिन पूर्व कोढ़ा के मखदुमपुर पंचायत के तीन किसान विकास कुमार, अभिनंदन सिंह, हारुन को फर्जी सलाहकार बनकर फोन आया और क्षतिपूर्ति के नाम पर 49000 मिलने का प्रलोभन दिया गया. जिसमें दो किसान तो ठगी होने की शिकार होने से बच गये. लेकिन हारुन उनके चक्कर में आकर तीन हजार रुपये पे फोन पर नंबर पर ट्रांसफर कर दिया. अगले दिन जब किसान को उनके द्वारा बताया गया राशि प्राप्त नहीं हुआ. तब किसान अपने पंचायत में पदस्थापित किसान सलाहकार शशि कुमार सिंह को सूचित कर कर सारी जानकारी दी. जानकारी मिलने पर किसान सलाहकार ने बताया इन फर्जी लोगों से बच के रहे तथा इस प्रकार की कोई भी ऑनलाइन कॉल आता है. तुरंत इसकी सूचना अपने पंचायत के कृषि कर्मी को दें. लालच में आकर किसी भी व्यक्ति को रुपया ना भेजें. साथ ही ठगे गए किसान को जिले में नए खुले साइबर थाना में प्राथिमिकी दर्ज कराने की सलाह दी. गुरुवार को भी रामपुर के एक किसान भी फर्जी कृषि कर्मी के बहकावे में आकर 6000 की ठगी के शिकार हो गए हैं.मामले में कोढ़ा प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने प्रखंड के सभी किसानों से यह अपील की है कि इस प्रकार के फर्जी फोन कॉल से सावधान रहें. यदि किसी भी किसान को इस प्रकार का फोन आये तो इसकी तुरंत सूचना प्रखंड कृषि कार्यालय को देकर सचेत करें.
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