लाइनर की भूमिका निभाने वाला राहुल उर्फ करण गिरफ्तार
प्रतिनिधि, मुंगेर. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के एनएच-333 बी पर बांक तीन बटिया मोड़ स्थित लाइन होटल के समीप 13 जुलाई को हुई दोहरे हत्याकांड में लाइनर की भूमिका निभाने वाला
प्रतिनिधि, मुंगेर. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के एनएच-333 बी पर बांक तीन बटिया मोड़ स्थित लाइन होटल के समीप 13 जुलाई को हुई दोहरे हत्याकांड में लाइनर की भूमिका निभाने वाला राहुल कुमार उर्फ करण कुमार उर्फ करण राज को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. जो कासिम बाजार थाना क्षेत्र के शांतिनगर पुरानीगंज का रहने वाला है और कांड का नामजद अभियुक्त है. वहीं राहुल कुमार उर्फ करण राज कुख्यात 25 हजार का इनामी अपराधी पवन मंडल गिरोह का सदस्य है. हालांकि, अबतक शूटरों की पुलिस शिनाख्त नहीं कर पायी है. एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि 13 मई को मंजीत मंडल व चंदन मंडल की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. इस मामले में मृतक मंजीत की मां के बयान पर मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी. इसमें कुख्यात अपराधी व 25 हजार का इनामी पवन मंडल सहित छह को नामजद किया है. पुलिस की विशेष टीम लगातार सूचना संकलन व तकनीकी सहयोग के आधार पर निरंतर छापेमारी कर रही है. इसी क्रम में मुफस्सिल थाना पुलिस ने मनसरी तल्ले बाजार स्थित चौक से कांड के नामजद अभियुक्त राहुल कुमार उर्फ करण कुमार उर्फ करण राज को गिरफ्तार किया. जिसने डबल मर्डर में लाइनर की भूमिका निभायी थी. पूछताछ में गिरफ्तार करण ने बताया कि आपसी रंजिश और जमीन विवाद में उसकी हत्या की गयी. एसपी ने बताया कि अन्य नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
पवन ने रची थी साजिश, भाड़े के शूटरों ने दिया घटना को अंजाम
गिरफ्तार करण ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि जमीन विवाद में पवन मंडल ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर मंजीत की हत्या की साजिश रची थी. उसे लाइनर की भूमिका में रखा गया था. हत्या वाले दिन वह मंजीत की गतिविधियों पर नजर रखे हुए था. जब वह घर से कार से निकला तो उसने शूटरों को उसकी जानकारी दी. उसने शास्त्रीनगर से बाइक से मंजीत के कार का पीछा करता रहा और जानकारी देते रहा. जब मंजीत की कार लाइन होटल के समीप रूकी तो वह पीछे ही रह गया. जहां पर शूटरों ने हत्याकांड को अंजाम दिया. उसने बताया कि उसने लाइनर की भूमिका निभाने के लिए कोई राशि नहीं ली, बल्कि वह पवन मंडल का पुराना साथी था और उसके कहने पर ही उसने लाइनर का काम किया. उसने नामजद अभियुक्तों के अलावे भी चार अन्य लोगों का नाम पुलिस को बताया है. जो पवन मंडल के साथ हत्या का षडयंत्र रचने में शामिल था.
मृतक मंजीत की मां ने दर्ज करायी प्राथमिकी, कारणों का नहीं किया है जिक्र
मृतक मंजीत की मां मासोमात गंगा देवी के लिखित आवेदन पर मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें पवन मंडल सहित छह को नामजद किया गया है, लेकिन हत्या के पीछे के कारणों का प्राथमिकी में जिक्र नहीं किया गया है. उसने अपने आवेदन में कहा कि वह सोमवार को चंडी स्थान से पूजा कर लौट कर बांक मोड़ के समीप बैठ कर बेटे का इंतजार कर रही थी. क्योंकि मुझे भी बेटे के साथ खगड़िया जाना था. मेरा बेटा मंजीत कार से अपने चालक चंदन के साथ लाइन होटल पर मुझे बैठाने के लिए गाड़ी को रोका. उसने दुकानदार को बुलाया और पैसा देकर रजनीगंधा मांगा, तभी कासिम बाजार थाना क्षेत्र के मकससपुर निवासी पवन मंडल, बिंदवारा निवासी प्रिंस सिंह, शास्त्रीनगर निवासी श्याम पोद्दार, अचानक कमर से पिस्टल निकाल कर दनादन मेरे पुत्र मंजीत व चालक चंदन पर फायरिंग करने लगा. जिससे मौके पर ही दोनों ने दम तोड़ दिया. उसने आवेदन में कहा कि रैकी करने में शास्त्रीनगर निवासी डब्लू पोद्दार का बेटा अजय पोद्दार, उसकी पत्नी रंजू देवी व शांतिनगर पुरानीगंज निवासी राहुल कुमार शामिल था. जिसने लाइनर का काम किया.
13 जुलाई को मंजीत व चंदन की हुई थी हत्या
विदित हो कि मंजीत मंडल चालक चंदन मंडल को लेकर 13 जुलाई की सुबह घर से निकला. करीब 10 बजे वह बांक मोड़ पर एक लाइन होटल पर रूका और दुकानदार को बुलाकर रंजनीगंधा मांगा. तभी दो हथियारबंद अपराधियों ने दोनों को गोलियों से भून दिया. इस कारण दोनों ने गाड़ी पर ही दम तोड़ दिया. मंजीत को 10 और चंदन को चार गोली लगी थी.
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