गढ़वा में बुधवार को इस मौसम की पहली भारी बारिश हुई. सुबह से ही तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश होती रही. इससे जानमाल को भी नुकसान हुआ है. बारिश के साथ हुए वज्रपात से एक व्यक्ति की मौत हो गयी तथा एक चरवाहा सहित चार लोग घायल हो गये. उधर जिले भर में दर्जनों की संख्या में पशुओं की मौत की खबर है. सुबह करीब नौ बजे से ही जिला मुख्यालय सहित लगभग पूरे जिले में आंधी-पानी शुरू हो गया था. इस कारण अपने काम पर जानेवाले मजदूरों से लेकर कार्यालय, स्कूल अथवा अन्य काम पर जानेवाले लोग प्रभावित हुए. वहीं तेज हवा व बारिश से काफी संख्या में पेड़-पौधों को नुकसान हुआ है. गढ़वा शहर के एक बड़े भाग में बिजली व्यवस्था चरमरा गयी है. यद्यपि इस बारिश ने अपनी खेती से निराश हो चुके किसानों के चेहरे पर एक नयी उम्मीद जगायी है. विदित हो कि अपेक्षित बारिश के अभाव में शहरवासी सावन के महीने में भी पानी के लिए तरस रहे हैं.
एक सप्ताह तक लगातार बारिश का पूर्वानुमान
धानरोपनी की संभावना जगी, भदई को भी लाभ
बताया गया कि बुधवार की बारिश के बाद जिले के सभी नदियां अस्तित्व में आ गयी हैं. शहर के दानरो नदी में इस बरसात में पहली बार पानी देखने को मिला. इसी तरह जिले के सभी नदियों में पानी आ गया है. जिले के आहर-तालाब व डैम में भी पानी जमा होने से धान की रोपाई की उम्मीद जग गयी है. विदित हो कि वर्षाभाव में किसानों के धान के बिचड़े सूख रहे थे और धान की रोपाई की संभावना क्षीण पड़ गयी थी. साथ ही मुरझा गयी भदई फसल को भी लाभ हुआ है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है