मधेपुरा में रही है पुलिस व आमलोगों में सौहार्दपूर्वक माहौल की परंपरा
प्रतिनिधि, मधेपुरा मधेपुरा में गत दिनों ट्रैफिक पुलिस की दादागिरी की खबरों के लगातार चर्चा में रहने के बाद एआइवाइएफ के जिलाध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने पुलिस अधीक्षक संदीप
प्रतिनिधि, मधेपुरा मधेपुरा में गत दिनों ट्रैफिक पुलिस की दादागिरी की खबरों के लगातार चर्चा में रहने के बाद एआइवाइएफ के जिलाध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह को पत्र लिखकर संगठन की ओर से चिंता जतायी है. जिलाध्यक्ष ने कहा कि गत कुछ दिनों में ट्रैफिक पुलिस की नकारात्मक कार्यशैली लगातार खबरों में है, जो दुखद है. अतिक्रमण हटाने की आड़ में बाइक सवार में अफरातफरी कायम कर चालान काटना, बाइक सवार को पीटना, ऑन ड्यूटी एम्बुलेंस का चालान काट देना समेत अन्य कई हालिया उदाहरण हैं. एक ओर जिले में ट्रैफिक व्यवस्था, रूट का दूर-दूर तक पता नहीं, ऊपर से यह हरकत दुखद ही नहीं है, बल्कि आक्रोश बढ़ाने वाला है. उन्होंने कहा कि पुलिस के जवानों के सामने समाहरणालय व कोर्ट के सामने नो पार्किंग बोर्ड के नीचे दर्जन भर गाड़ियां लगी रहती है. सबसे हास्यास्पद तो यह रहता है कि वहां पुलिस जवान खुद फुटपाथ पर बाइक लगाये रहते हैं. नगर परिषद की गाड़ियां सड़क किनारे ही खुली गाड़ी में कचरा उठा सड़क किनारे ही फेंक देती है, उन पर कार्रवाई नहीं होती है. राठौर ने कहा कि ऐसे दोहरे रवैया से लोगों में आक्रोश है. जिले में पुलिस व आमलोगों के बीच सौहार्दपूर्वक माहौल की परंपरा रही है. वहां इस तरह के हालात चिंताजनक हैं.
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