बिजनेस का लालच देकर पैसे की ठगी करने वाला शातिर गिरफ्तार

टाटा 1एमजी एवं अन्य प्रकार के बिजनेस का लालच देकर पैसे की ठगी करने वाला अपराधकर्मी साइबर थाना पुलिस के हत्थे चढ़ गया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 31, 2024 3:45 PM

सीतामढ़ी. टाटा 1एमजी एवं अन्य प्रकार के बिजनेस का लालच देकर पैसे की ठगी करने वाला अपराधकर्मी साइबर थाना पुलिस के हत्थे चढ़ गया. गिरफ्तार मो आदिल (23 वर्ष) पिता मो अबरार, पटना जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के कमला नेहरु नगर का रहनेवाला है. उसके पास से एक रियल मी कंपनी का स्मार्ट फोन व आधार कार्ड बरामद किया गया है. साइबर थानाध्यक्ष सह ट्रैफिक डीएसपी दीपक कुमार ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि शहर के कोट बाजार गोला रोड वार्ड नंबर- नौ निवासी संजय हिसारिया पिता स्व कालीचरण हिसारिया ने 22 जून 2024 को साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. प्राथमिकी में दुर्गेश शर्मा, दीपक राठौर, तरुण कुमार एवं शीला कुमारी को आरोपित किया गया है. इसमें टाटा 1एमजी के फ्रेंचाइजी के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरा था. जिसके बाद दुर्गेश शर्मा नाम के व्यक्ति ने मोबाइल नंबर 7074438711 पर फोन किया कि मैं टाटा 1एमजी से बोल रहा हूं और आपने जो फ्रेंचाइजी फॉर्म भरा है, उसका रजिस्ट्रेशन फी 15 हजार रुपये टाटा 1एमजी के अकाउंट में जमा करना है. इसके बाद पत्नी ज्योति हिसारिया के खाता से बैंक द्वारा नेफ्ट करवा दिया. जिसके बाद पेपर के तौर पर मेरी पत्नी का आधार, पैन और फोटो मेल करने को कहा, जिसके बाद मेल किया. इसके बाद मुझे दो और अलग-अलग व्यक्ति ने कॉल करके एग्रीमेंट के नाम पर तीन लाख 50 हजार 440 रुपये खाता में डलवा लिए.

— ठगी के पैसे आपस में बांट लेता था गिरोह

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में चेक करवाने से पता चला कि शीला कुमारी का अकाउंट है, किसी टाटा 1एमजी का नहीं. आदिल के स्वीकारोक्ति बयान में बताया गया है कि ये और इसका साथी अर्जुन कुमार द्वारा सीधे साधे लोगों को बिजनेस टाटा 1एमजी या अन्य प्रकार का लालच देकर पैसे की ठगी कर लेते थे एवं उस पैसे को विभिन्न भाड़े के बैंक अकाउंट में मंगा कर आपस में बांट लेते थे. कार्रवाई टीम में थानाध्यक्ष के अलावा पुनि अनिल राम, पुअनि अजय कुमार सशस्त्र बल शामिल रहे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version