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असुरक्षित है मुंगेर का सर्राफा बाजार, चार डंडाधारी निजी गार्ड के भरोसे सुरक्षा की गारंटी

पूर्णिया में बेखौफ अपराधियों ने तनिष्क शोरूम में बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया. जिसके बाद सर्राफा बाजार की सुरक्षा पर बड़ा सवाल उठ रहा है.

मुंगेर. पूर्णिया में बेखौफ अपराधियों ने तनिष्क शोरूम में बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया. जिसके बाद सर्राफा बाजार की सुरक्षा पर बड़ा सवाल उठ रहा है. मुंगेर में भी सर्राफा कारोबारियों में असुरक्षा की भावना घर कर गयी है. क्योंकि यहां सर्राफा बाजार मुख्य बाजार में होने के बावजूद पूरी तरह से असुरक्षित है. पिछले 11 वर्ष से डंडाधारी निजी गार्ड के हाथों में करोडों का कारोबार चल रहा है.

सर्राफा बाजार पर अपराधियों का खौफ

मुंगेर के सर्राफा बाजार पर अपराधियो का खौफ साफ दिखता है. क्योंकि समय-समय पर अपराधी यहां रंगदारी, लूट, गोलीबारी जैसी घटनाओं को अंजाम देता आ रहा है. कुछ वर्ष पूर्व अपराधियों ने सर्राफा बाजार जुबली बेल चौक के समीप एक स्वर्ण दुकानदार को गोली मार कर घायल कर दिया था. जबकि वर्ष 2013 में अपराधियों जुबली बेल चौक के समीप ही रात में वाहन लगा कर एक स्वर्ण आभूषण दुकान से लाखों रूपये का जेबरात शटर तोड़ कर लिया था. जबकि कुछ वर्ष पूर्व अपराधियों ने सर्राफा बाजार की सुरक्षा में तैनात निजी गार्ड के साथ मारपीट किया था. जिसे लेकर आभूषण विक्रेताओं ने धरना-प्रदर्शन भी किया था. दिसंबर 2023 में दिनदहाड़े हथियारबंद अपराधियों ने शादीपुर मार्ग में राहुल ज्वेलर्स दुकान में घूस कर लाखों के जेबरात लूट लिया था. इसमें शामिल अपराधियों को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर पायी है. जिसके कारण सर्राफा बाजार पर अपराधियों व चोरों का खौफ आज भी व्याप्त है.

चार डंडाधारी निजी गार्ड के भरोसे सुरक्षा की गारंटी

मुंगेर में बेकापुर सोना पट्टी, जुबली बेल चौक से गांधी चौक एवं जुबली बेल चौक से शादीपुर मार्ग एवं पंडित दीन दयाल चौक से विजय चौक के बीच सोने चांदी की दुकानों की भरमार है. जो पुरी तरह से असुरक्षित है. पुलिस की नियमित गश्ती, पैदल गश्ती और पुलिस की तैनाती इस बाजार में न के बराबर है. जब 2013 में जुबलीबेल चौक के समीप स्वर्ण आभूषण दुकान में बड़ी डकैती की घटना हुई तो स्वर्ण कारोबारियों ने डंडाधारी कुछ निजी गार्ड को पहरा देने के लिए रखा. जिसके एक हाथ में लाठी और एक हाथ में सिटी होती है. जो रात 8 बजे से सुबह 5 बजे तक सर्राफा बाजार की पहरेदारी करती है. वर्तमान समय में चार निजी डंडाधारी गार्ड सर्राफा बाजार की पहरेदारी कर रहा है. जिसको मानदेय का भुगतान कुछ स्वर्ण आभूषण विक्रेता आपस में चंदा कर करते है. बताया जाता है कि प्रति गार्ड 10 हजार रूपया मानदेय का भुगतान किया जाता है.

एक करोड़ का प्रतिदिन होता है कारोबार

जानकारी के अनुसार मुंगेर जिले में 500 से अधिक छोटे-बड़े स्वर्ण आभूषण की दुकान है. जिसमें मुंगेर शहर में 225 से अधिक दुकान है. बेकापुर सोना पट्टी, विजय चौक के आसपास, जुबलीबेल चौक से गांधी चौक, मयूर चौक में ही 100 से अधिक दुकान संचालित हो रही है. मुंगेर शहर के सर्राफा बाजार में प्रतिदिन 75 लाख से एक करोड़ रूपये तक का कारोबार होता है. लेकिन इनकी सुरक्षा भगवान भरोसे है.

लूट व चोरी की दो घटनाओं का अब तक नहीं हुआ खुलासा

19 दिसंबर 2023 मुंगेर मे बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े शादीपुर मार्ग स्थित राहुल ज्वेलर्स मे हथियार के बल पर 3 लाख से अधिक के स्वर्ण आभूषण की लूट कर आराम से भाग गया. लेकिन आज तक इस मामले में अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. इसी तरह जनवरी 2024 में नया राम नगर थाना क्षेत्र के नौवागढ़ी स्थित पूजा ज्वेलरी शॉप में लाखों रूपये नगदी और लाखों रूपये का जेबरात चोरी कर लिया. लेकिन आज तक इस मामले में पुलिस खाली हाथ है.

कहते हैं स्वर्ण व्यवसायी

बुलियन मर्चेंट एसोसिएशन के सचिव अनुरंजन कुमार उर्फ ललन ठाकुर ने बताया कि आभूषण विक्रेताओं के सुरक्षा की गारंटी पुलिस प्रशासन की है. लेकिन 11 वर्ष से लगातार सर्राफा बाजार के कुछ दुकानदारों द्वारा चंदा जुटा कर 4 डंडाधिकारी निजी गार्ड से सर्राफा बाजार की पहरेदारी करायी जा रही है. आखिर यह परिस्थिति क्यों उत्पन्न हुई. इसपर पुलिस प्रशासन को सोचना होगा. सर्राफा व्यवसाय क्षेत्रों में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने की जरूरत है. पैदल व मोबाइल गश्ती को तेज किया जाय. आभूषण विक्रेताओं की सुरक्षा को लेकर आर्म्स लाइसेंस देने की व्यवस्था की जाय.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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