News of potato shortage in Jharkhand : आलू मामले में हेमंत ने लिया संज्ञान, मुख्य सचिव ने बंगाल से की बात, कोलकाता में आज आपात बैठक
रांची-कोलकाता. बंगाल बॉर्डर पर आलू लदे वाहनों को रोके जाने के मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लिया है. मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव अलका तिवारी को जांच करने का
रांची-कोलकाता. बंगाल बॉर्डर पर आलू लदे वाहनों को रोके जाने के मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लिया है. मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव अलका तिवारी को जांच करने का निर्देश दिया. इसके बाद मुख्य सचिव अलका तिवारी ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत से फोन पर बात की. पश्चिम बंगाल से झारखंड सरकार ने आग्रह किया है कि झारखंड के लोगों की हितों का ख्याल रखा जाये. यहां जो आलू की जरूरत है, उसे पूरा करने की कोशिश की जाये.
सीएम ने मुख्य सचिव को मामले के निष्पादन का निर्देश दिया
सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय की ओर से बताया गया कि 30 नवंबर 2024 को बंगाल बॉर्डर पर आलू लदे वाहनों को रोकने की खबरों पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लिया है. उन्होंने मुख्य सचिव अलका तिवारी को तत्काल मामले के निष्पादन का निर्देश दिया है. इसके बाद अलका तिवारी ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत से फोन पर बात की. श्री पंत ने भरोसा दिया है कि जल्द एक कमेटी बनाकर आलू मामले का निष्पादन सुनिश्चित किया जायेगा. पश्चिम बंगाल से आलू की आपूर्ति बंद होने से झारखंड में आलू की कीमत बढ़ गयी है. झारखंड में पुराना आलू 35-40, जबकि नया आलू 50 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है.प बंगाल में सीमा पर ही ट्रकों को रोक दिया जा रहा
उल्लेखनीय है कि पिछले चार दिनों से झारखंड, बिहार, ओडिशा व छत्तीसगढ़ के लिए आलू भेजने पर सीमा पर ही ट्रकों को रोक दिया जा रहा है. इससे नाराज आलू व्यवसायियों ने सोमवार की रात से हड़ताल की घोषणा की है. पश्चिम बंगाल प्रशासन द्वारा बंगाल बॉर्डर डिबूडीह चेक पोस्ट पर पांच दिनों से आलू लदे वाहनों को रोके जाने से झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के व्यापारी, वाहन मालिक व चालक परेशान हैं. शनिवार की रात दर्जनों आलू लदे ट्रक पश्चिम बंगाल से आ रहे थे, जिसे बंगाल पुलिस ने डिबूडीह चेकपोस्ट से लौटा दिया. बंगाल बॉर्डर पर आलू लदे वाहनों को रोके जाने के कारण वाहनों पर लदा आलू सड़ने से व्यापारी परेशान हैं. बंगाल पुलिस ने रविवार को भी आलू लेकर बंगाल से बाहर जा रहे दर्जनों ट्रकों को रोक दिया है. शनिवार को पुलिस ने बॉर्डर पर खड़े सैकड़ों आलू लदे ट्रकों को वापस कोल्ड स्टोरेज भेज दिया था.
पंडरा बाजार में हर दिन 600 टन की जगह मात्र 150 टन आलू की आपूर्ति
पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा आलू की सप्लाई रोके जाने का असर झारखंड में भी दिखने लगा है. रांची स्थित पंडरा बाजार में आलू की आपूर्ति कम हो गयी है. पंडरा बाजार में हर दिन पश्चिम बंगाल समेत विभिन्न राज्यों से लगभग 20 ट्रक (600 टन) आलू मंगाये जाते थे. फिलहाल पांच ट्रक (150 टन) आलू उत्तर प्रदेश से मंगाये जा रहे हैं. एक ट्रक में कुल 600 पैकेट आलू होते हैं. एक पैकेट में 50 किलो आलू होता है. इस प्रकार एक ट्रक में 30 टन माल आता है.
थोक बाजार में भी कीमतें बढ़ने लगी
आलू की आपूर्ति कम होने का असर यह है कि थोक बाजार में भी आलू की कीमतें बढ़ने लगी है. थोक बाजार में आलू 26 रुपये प्रति किलो से बढ़ कर 28 रुपये प्रति किलो हो गया है. थोक व्यापारियों का कहना है कि सोमवार से पंडरा बाजार में आलू 30 रुपये प्रति किलो बिकने लगेगा. स्टॉक काफी कम हो गया है. तीन-चार माह पहले भी आलू की सप्लाई पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा रोकी गयी थी. रांची के आलू-प्याज थोक विक्रेता संघ के अध्यक्ष मदन कुमार ने कहा कि पंडरा बाजार में आलू की 70 प्रतिशत सप्लाई पश्चिम बंगाल और 30 प्रतिशत सप्लाई उत्तर प्रदेश से होती है. सरकार से आग्रह है कि आलू की सप्लाई को जल्द सामान्य किया जाये, नहीं तो स्टॉक कम हो जायेगा. बाद में परेशानी काफी बढ़ जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है