नवजात की मौत के बाद शव के साथ परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा
बेलहर(बांका).प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जबरदस्ती प्रसव कराने के बाद नवजात की मौत के मामले में परिजनों ने चिकित्सक, एएनएम व ममता के विरुद्ध जमकर हंगामा किया. इसको
बेलहर(बांका).प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जबरदस्ती प्रसव कराने के बाद नवजात की मौत के मामले में परिजनों ने चिकित्सक, एएनएम व ममता के विरुद्ध जमकर हंगामा किया. इसको लेकर परिजन अस्पताल के मुख्य द्वार पर घंटों मुआवजा व कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे.
मामले की जानकारी होने पर बीडीओ राजीव रंजन व अस्पताल प्रबंधक भारत भूषण चौधरी ने न्याय व मुआवजा दिलाने का आश्वासन परिजनों को दिया. जिसके बाद मामला शांत हुआ. मामले में बेलहर बाजार निवासी पीड़ित महिला रुक्मणी कुमारी व उनका पति रंजीत कुमार शर्मा, ससुर नरेश मिस्त्री, सास नीलम देवी व संतोष शर्मा आदि ने बताया कि गर्भवती महिला लगातार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से ही इलाज चल रहा था. गुरुवार को प्रसव पीड़ा होने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. पहले चिकित्सक ने जांच कर सबकुछ ठीक-ठाक बताया. लेकिन कुछ देर के बाद चिकित्सक ने कहा कि प्रसव में परेशानी हो रही है. इस पर परिजनों द्वारा प्रसुता को रेफर करने की बात कहीं गयी. लेकिन प्रसव पीड़िता को रेफर नहीं किया गया और संध्या करीब 3 बजे दंत चिकित्सक डॉ सुधीर मधुकर, जीएनएम वंदना कुमारी, एएनएम रेखा कुमारी व ममता रीना कुमारी व मालती देवी ने नवजात के सिर को पकड़ कर जबरदस्ती खिंचकर प्रसव कराया गया. जिससे नवजात की स्थिति नाजुक हो गयी और प्रसुता की तबियत भी खराब होने लगी. स्थिति बिगड़ता देख प्रसव के करीब दो ढाई घंटे के बाद नवजात के साथ प्रसुता को रेफर कर दिया गया. परिजनों ने आगे बताया कि रेफर होने के बाद देवघर व भागलपुर प्राइवेट अस्पताल में इलाज करने के साथ मायागंज में भी इलाज के लिए भर्ती कराया. जहां तीन दिन के अंदर नवजात की मौत हो गयी. उधर बीडीओ ने बताया कि मामले में जांच कर कार्यवाही के लिए जिलाधिकारी को प्रतिवेदन भेजी जायेगी.दो ममता एक माह के लिए निलंबित, चिकित्सक व एएनएम से स्पष्टीकरण
प्रसव में लापरवाही बरतने के आरोप में अस्पताल प्रबंधक ने एक चिकित्सक, एक एएनएम, एक जीएनएम व दो ममता को तत्काल डयूटी से हटाकर उनसे स्पष्टीकरण पूछा है. कार्रवाई की जानकारी देते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह ने बताया है कि महिला रुक्मिणी देवी एवं उसके परिजनों के द्वारा बताये गये घटना के वक्त उस समय ड्यूटी पर दंत चिकित्सक डॉ सुधीर कुमार मधुकर मौजूद थे. वहीं डयूटी पर तैनात जीएनएम वंदना कुमारी एवं एएनएम रेखा कुमारी को ड्यूटी से हटाते हुए स्पष्टीकरण पूछा गया है. वहीं ममता रीना कुमारी एवं मालती कुमारी को एक माह के लिए निलंंबित कर स्पष्टीकरण पूछा गया है. साथ ही अस्पताल के डयूटी रोस्टर में भी बदलाव किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है