अति संवेदनशील बूथों की सूची में पांडवेश्वर विस क्षेत्र टॉप पर
आसन्न लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को होनेवाले मतदान को लेकर पश्चिम बर्दवान जिला में कुल 2498 बूथों को लेकर नियमित समीक्षा की जा रही है.
जिला में कुल नौ विस क्षेत्र, कुल्टी विस क्षेत्र में सबसे कम अति संवेदनशील बूथ, समय-समय पर समीक्षा में बदलाव संभवआसनसोल. आसन्न लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को होनेवाले मतदान को लेकर पश्चिम बर्दवान जिला में कुल 2498 बूथों को लेकर नियमित समीक्षा की जा रही है. जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार अंतिम समीक्षा में कुल 224 बूथों को अति-संवेदनशील की सूची में रखा गया है. इस सूची के आधार पर सबसे अधिक 37 अति-संवेदनशील बूथ पांडवेश्वर विधानसभा क्षेत्र में हैं और सबसे कम 16 अति-संवेदनशील बूथ कुल्टी विधानसभा क्षेत्र में हैं. प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार समीक्षा के आधार पर समय-समय पर इसकी संख्या में बदलाव हो सकता है. गौरतलब है कि पश्चिम बर्दवान जिला में कुल नौ विधानसभा क्षेत्र दुर्गापुर-पूर्व, दुर्गापुर-पश्चिम, पांडवेश्वर, रानीगंज, जामुड़िया, आसनसोल-दक्षिण, आसनसोल-उत्तर, कुल्टी व बाराबनी हैं. इनमें से दुर्गापुर-पूर्व और दुर्गापुर-पश्चिम दो विधानसभा क्षेत्र बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा क्षेत्र में आते है और बाकी के सात आसनसोल लोकसभा क्षेत्र के अधीन हैं. 32 लाख नकद, 44 लाख की शराब, 72 लाख के ड्रग्स हुए जब्त जिला प्रशासन के सूत्रों की मानें, तो लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद से जिला में व्यय या खर्च की निगरानी का कार्य शुरू हो गया है. इस दौरान साढ़े चार करोड़ रुपये मूल्य के सामान व नकद राशि जब्त हुई है. इसमें 32 लाख रुपये, 44 लाख मोल की शराब, 72 लाख मोल की ड्रग्स और तीन करोड़ रुपये मूल्य के व्यय वाले संवेदनशील आइटम्स जब्त किये गये हैं. सबसे कम बूथ वाले पांडवेश्वर में सर्वाधिक अति- संवेदनशील बूथ जिला के नौ विधानसभा क्षेत्रों में कुल बूथों की संख्या 2498 है. इसमें सबसे कम 239 बूथ पांडवेश्वर में हैं और यहीं सबसे ज्यादा 37 बूथों को अति-संवेदनशील माना गया है. दूसरे स्थान पर बाराबनी है, जहां 254 बूथों में से 27 को अति-संवेदनशील माना गया है. तीसरे स्थान पर आसनसोल-उत्तर के 307 बूथों में 27 को अति-संवेदनशील की सूची में रखा गया है. इसके बाद क्रमशः जामुड़िया के 248 में से 25 बूथों को, दुर्गापुर पश्चिम के 306 में से 24 बूथों को, दुर्गापुर-पूर्व के 291 में से 24 को, आसनसोल दक्षिण के 299 में से 22 बूथों को, रानीगंज के 285 में से 21 बूथों को और कुल्टी के 269 में से 16 बूथों को अति-संवेदनशील की फेहरिस्त में रखा गया है.