Patna News : पाटीपुल से जनार्दन घाट व झावगंज से कच्ची घाट तक बनेगा रिवर फ्रंट
संवाददाता, पटना : पटना में दीघा में पाटीपुल घाट से मीनार घाट होते हुए जनार्दन घाट तक और पटना सिटी में झावगंज घाट से कंगन घाट होते हुए कच्ची घाट
संवाददाता, पटना : पटना में दीघा में पाटीपुल घाट से मीनार घाट होते हुए जनार्दन घाट तक और पटना सिटी में झावगंज घाट से कंगन घाट होते हुए कच्ची घाट तक रिवर फ्रंट बनेगा. गंगा किनारे की इस पट्टी का सौंदर्यीकरण भी होगा, जहां लोग पैदल यात्रा कर सकेंगे. मनोरंजन के लिए यहां एक से एक बेहतरीन स्पॉट मिलेंगे और लोग धार्मिक, सांस्कृतिक गतिविधियों का लुत्फ उठा सकेंगे. यह कार्य बुडको ठेका एजेंसी के माध्यम से करायेगा. योजना को मंजूरी मिल चुकी है और इसके निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है. अभी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनवाने पर फोकस किया जा है. बुडको का दावा है कि फरवरी तक कंसल्टेंट एजेंसी बहाल कर ली जायेगी और चयनित एजेंसी के लिए दो माह में डीपीआर बनाना अनिवार्य होगा. विदित हो कि पटना में पहले से ही महेंद्रू घाट से लोहरवा घाट तक गंगा रिवर फ्रंट का निर्माण किया जा चुका है, जिससे एक दर्जन से अधिक प्रमुख गंगा घाट आपस में पक्के रास्ते से जुड़े हैं. पटना के अलावा, छपरा, आरा, बक्सर, वैशाली, मुंगेर, लखीसराय, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, कटिहार व बेगूसराय में रिवर फ्रंट बनेगा.
डीपीआर के बाद एजेंसी बहाल कर शुरू होगा काम
रिवर फ्रंट की डीपीआर अप्रैल तक बनेगी. इसका एप्रूवल लेकर ठेका एजेंसी बहाल की जायेगी और फिर निर्माण शुरू होगा. सब कुछ ठाक रहा, तो इस वर्ष रिवर ड्राइव बनते हुए दिखने लगेगा. डीपीआर बनने के साथ इस प्रोजेक्ट की लागत राशि सामने आयेगी.
छह फरवरी को खुलेगा टेक्निकल बिड
डीपीआर बनवाने के लिए कंसल्टेंट एजेंसी की बहाली के लिए बुडको ने निविदा जारी की है. इसका तकनीकी बिड छह फरवरी को खोला जायेगा. इसके मूल्यांकन में सफल कंसल्टेंट एजेंसियों का फाइनेंशियल बिड खुलेगा. जिन कंसल्टेंट एजेंसी के नाम से फाइनेंशियल बिड खुलेगा, उसे डीपीआर बनाने के लिए वर्क ऑर्डर जारी करेगा. इच्छुक कंसल्टेंट एजेंसियां निविदा में भाग ले सकती हैं. निविदा कागजात डाउनलोड करने की अवधि 20 जनवरी से पांच फरवरी तक निर्धारित की गयी है. निविदा कागजात अपलोड करने की अंतिम तिथि पांच फरवरी रखी गयी है. प्री-बिड मीटिंग 23 जनवरी को होगी.बुडको के प्रोजेक्ट डायरेक्टर मनीष कुमार ने कहा कि गंगा किनारे रिवर फ्रंट बनना सुनिश्चित हुआ है. डीपीआर बनवाने के लिए कंसल्टेंट एजेंसी निविदा के जरिये चयनित की जा रही है. फरवरी में निविदा खोली जायेगी. डीपीआर बन जाने के बाद कार्य एजेंसी बहाल कर निर्माण शुरू कराया जायेगा.
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