एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट से शिकायत मिलने की बात कह मांग रहा था पांच हजार
एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट सुदीप्त राज की शिकायत पर बिष्टुपुर पुलिस ने किया गिरफ्तारवरीय संवाददाता, जमशेदपुर.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) का अधिकारी बनकर जिले के एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट सुदीप्त राज से 5 हजार रुपये मांगने वाले राजीव कुमार को बिष्टुपुर पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया. उसकी गिरफ्तारी रविवार को डीसी कार्यालय से एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट सुदीप्त राज की शिकायत पर पुलिस ने की. राजीव के पास से पुलिस ने एक मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन सहित अन्य सामान बरामद किये हैं. पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसका नाम राजीव कुमार है. वह रांची का रहने वाला है. उसे पैसे की जरूरत थी. इसलिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) का अधिकारी बनकर पैसा मांग रहा था. पुलिस पता लगा रही है कि राजीव इससे पहले एसीबी का अफसर बनकर अब तक कितने लोगों से ठगी कर चुका है. इधर जिले के एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट सुदीप्त राज ने बिष्टुपुर थाने में लिखित शिकायत की है. शिकायत में आईपीसी की धारा 1700एफ (आईपीसी की धारा 420, धारा 506 के तहत) के तहत मामला दर्ज कराया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.फर्जी एसीबी अधिकारी ने कहा-आपके खिलाफ कई शिकायतें मिली है
रविवार की सुबह 11:18 बजे राजीव कुमार ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) का अधिकारी बन जिले के एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट सुदीप्त राज को उनके मोबाइल पर फोन किया और साकची में आकर मिलने को कहा. एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट सुदीप्त राज ने कहा कि वे काम में व्यस्त हैं. जिसके कारण वे नहीं आ सकते हैं. इस समय वे डीसी ऑफिस में आ जायें. यहां उनसे मुलाकात हो जायेगी. थोड़ी देर बाद विनोद कुमार मोटर साइकिल से डीसी ऑफिस पहुंचे. यहां एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट से मुलाकात होने पर कहा कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में कई शिकायतें आयी है. हालांकि वे इसकी चिंता नहीं करें. फिलहाल उन्हें पांच हजार रुपये दें, वे सब देख लेंगे.आईडी मांगने पर फर्जी अधिकारी ने कहा ट्रेन में चोरी हो गयी
एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट सुदीप्त राज बार- बार शिकायत के बारे में पूछते रहे, लेकिन राजीव कुमार बात को टालते रहे. शक होने पर उन्होंने एसीबी का आईडी दिखाने को कहा. जिससे राजीव कुमार घबरा गया. राजीव ने कहा कि ट्रेन में सफर के दौरान उनका पर्स चोरी हो गया है. उसी में उनका आईडी भी था. तत्काल एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट सुदीप्त राज ने बिष्टुपुर पुलिस को सूचित किया. दस मिनट में ही बिष्टुपुर पुलिस पहुंची और राजीव को अपने साथ ले गयी. पूछताछ में राजीव ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है