प्रभारी मंत्री जमा खान कांग्रेस के पूर्व विधायक के आवास पर आयोजित भोज में हुए शामिल, बढ़ा राजनीतिक तापमान
किशनगंज. किशनगंज लोकसभा सीट पर मिली हार के बाद अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जनता दल यूनाइटेड ने अभी से बिसात बिछाना प्रारंभ कर दिया है और
किशनगंज. किशनगंज लोकसभा सीट पर मिली हार के बाद अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जनता दल यूनाइटेड ने अभी से बिसात बिछाना प्रारंभ कर दिया है और नेताओ पर डोरे डालने लगी है. लोकसभा चुनाव के दौरान खुले मंच से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे के समक्ष सांसद डॉ जावेद आजाद की शिकायत करने वाले बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र से पूर्व कांग्रेसी विधायक तौसीफ आलम के आवास पर गुरुवार की रात अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री जमा खान के पहुंचे. पूर्व विदायक के घर मंत्री के भोज में शामिल होने के बाद चर्चा का बाजार गर्म हो चुका है की निकट भविष्य में क्या तौसीफ आलम कांग्रेस से किनारा करते हुए जनता दल यूनाइटेड में शामिल हो सकते है. बता दें कि गुरुवार की रात को शहर के रूईधासा स्थित तौसीफ आलम के आवास पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री जमा खान पहुंचे थे. इस दौरान जिला परिषद चेयरमैन रुकैया बेगम सहित दर्जनों जिला परिषद सदस्य भी मौजूद थे. इस दौरान जमा खान और तौसीफ आलम में काफी गर्मजोशी से मुलाकात हुई और घंटो तक बंद कमरे में दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई. बताते चले की तौसीफ आलम लगातार चार बार बहादुरगंज विधान सभा क्षेत्र से विधायक रहे है और उनकी नजदीकियां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी रही है. तौसीफ की शादी में उन्हें सेहरा खुद सीएम नीतीश कुमार ने बांधा था. मालूम हो कि बीते विधान सभा चुनाव में एआईएमआईएम नेता अंजार नईमी ने तौसीफ आलम को चुनाव में हरा दिया था. वहीं अंजार नईमी अब राजद में शामिल हो चुके है. बिहार में कांग्रेस राजद में गठबंधन के कारण इस सीट पर अब राजद की दावेदारी होगी जिसके बाद इस चर्चा को और बल मिलता है की तौसीफ आलम जनता दल यूनाइटेड में शामिल हो सकते है. अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान को भोज पर आमंत्रित किए जाने को लेकर जब तौसीफ आलम से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक औपचारिक मुलाकात थी. उन्होंने कहा कि मंत्री जमा खान से उनकी पुरानी दोस्ती है इसीलिए उन्हें भोजन पर आमंत्रित किया गया था. हालांकि इस दौरान एक बार फिर वो कांग्रेस सांसद डॉ जावेद आजाद पर निशाना साधने से नहीं चुके. उन्होंने कहा कि डॉ जावेद का उन्होंने विरोध किया था क्योंकि वो क्षेत्र में नहीं जाते थे आज अगर कांग्रेस की जीत यहां हुई है तो वो पार्टी की जीत है ना की प्रत्याशी की जीत है. किशनगंज के मतदाताओं ने कांग्रेस पार्टी को वोट देकर जिताने का कार्य किया है. वही बहादुरगंज विधान सभा सीट पर राजद की दावेदारी को लेकर पूछे गए सवाल पर तौसीफ ने कहा कि वर्तमान विधायक अंजार नईमी एआईएमआईएम से चुनाव जीत कर आए थे ना की राजद से. उन्होंने कहा कि अगर राजद यहां से चुनाव जीतती तो वो दावेदारी छोड़ देते लेकिन उनकी दावेदारी बरकरार रहेगी. ऐसे में बहादुरगंज विधान सभा क्षेत्र में जल्द ही घमासान देखने को मिल सकता है.
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