प्रशासन व जनप्रतिनिधियों ने दी श्रद्धांजलि

भगवान बिरसा के वंशज के निधन से उलिहातू में छाया मातमप्रतिनिधि, खूंटी : भगवान बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा का शव उलिहातू पहुंचते ही पूरे गांव में मातम छा

By Prabhat Khabar News Desk | November 29, 2024 6:38 PM

भगवान बिरसा के वंशज के निधन से उलिहातू में छाया मातम

प्रतिनिधि, खूंटी :

भगवान बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा का शव उलिहातू पहुंचते ही पूरे गांव में मातम छा गया. आसपास के गांवों में भी शोक की लहर दौड़ पड़ी. मंगल मुंडा को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. खूंटी सांसद कालीचरण मुंडा, खूंटी विधायक रामसूर्या मुंडा, तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया, पूर्व विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, कोचे मुंडा, झामुमो जिलाध्यक्ष जुबैर अहमद सहित बड़ी संख्या में लोग भी पहुंचे. सभी ने एक-एक कर मंगल मुंडा को नमन किया. वहीं परिजनों को ढांढ़स बंधाया. श्रद्धांजलि अर्पित करनेवालों में दुर्गावती ओड़ेया, सोमा मुंडा, अमरनाथ मुंडा, दुबराज सिंह मुंडा, हलन तोपनो, नोतरोथ पूर्ति, महेंद्र मुंडा, उदय मुंडा, पांडेया मुंडा सहित अन्य उपस्थित थे.

जिला प्रशासन ने दी श्रद्धांजलि :

जिला प्रशासन ने पूरे सम्मान के साथ मंगल मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की. डीडीसी सह उपायुक्त का प्रभार संभाल रहे श्याम नारायण राम ने मंगल मुंडा के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को दुःख की इस घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की. डीडीसी ने परिजनों से मुलाकात कर हरसंभव सहायता करने का भरोसा दिया. इस दौरान एसपी अमन कुमार, परियोजना निदेशक आइटीडीए आलोक शिकारी कच्छप, प्रभारी एसडीओ डीसीएलआर अरविंद कुमार ओझा, सिविल सर्जन डॉ नागेश्वर मांझी, एसडीपीओ वरुण रजक, अड़की बीडीओ गणेश महतो सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

अर्जुन मुंडा ने उठाया सवाल :

पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने मंगल मुंडा के निधन पर शोक प्रकट किया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में शोक प्रकट करते हुए रिम्स की व्यवस्था पर सवाल उठाया है. कहा है कि मंगल मुंडा को जब रिम्स लाया गया था, तब उसे देखने वाला कोई नहीं था. जब उन्हें सूचना मिली तब उन्होंने रिम्स के अधिकारियों से बात कर भर्ती कराया. शहीद परिवार के वंशजों के साथ ऐसा व्यवहार स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है. कहा कि समय पर इलाज मिलने पर उनकी जान बच सकती थी.

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