पर्ययकों को आकर्षित कर रहे पांच झरने वाले पिकनिक स्पॉट पंचघाघ
खूंटी(प्रतिनिधि). मुरहू से चार किलोमीटर दूर स्थित पंचघाघ पिकनिक मनाने वालों के लिए पसंदीदा जगहों में से एक है. पंचघाघ की खासियत है कि एक नदी से अलग-अलग पांच झरने
खूंटी(प्रतिनिधि). मुरहू से चार किलोमीटर दूर स्थित पंचघाघ पिकनिक मनाने वालों के लिए पसंदीदा जगहों में से एक है. पंचघाघ की खासियत है कि एक नदी से अलग-अलग पांच झरने गिरते हैं. पांच झरनों के कारण ही इसे पंचघाघ नाम दिया गया. दिसंबर से लेकर जनवरी और फरवरी तक लोग पिकनिक मनाने और घूमने के लिए पहुंचते हैं. लंबा-चौड़ा क्षेत्र होने के कारण कितनी भी भीड़ हो जाये पता ही नहीं चलता है. वहीं, सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी बेहतर स्थान है. पंचघाघ जलप्रपात ने अपने प्राकृतिक सौंदर्य, शांत वातावरण और सुरमयी जलधाराओं के कारण पर्यटकों और पिकनिक प्रेमियों के बीच एक प्रमुख आकर्षण के रूप में अपनी पहचान बनायी है. यह जलप्रपात झारखंड के पर्यटन मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थल है, जो परिवारों, दोस्तों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श गंतव्य है. पंचघाघ में सैलानियों के लिए झूले और कई मनोरंजन के साधन उपलब्ध कराये गये हैं. वहीं, ग्राम सभा की ओर से कई स्टॉल लगाये जाते हैं. पर्यटकों के लिए आवश्यक सामग्रियों की बिक्री होती है. इसके अलावा सैलानियों के लिए आवश्यक सामान उपलब्ध हो जाते हैं.
सुरक्षा के निर्देशों का करें पालन : उपायुक्त
वैसे तो पंचघाघ काफी सुरक्षित माना जाता है, लेकिन गहरे पानी और चट्टानों में संभल के रहना पड़ता है. पंचघाघ की शुरुआत में ही घंसु ढोभा नामक स्थान को खतरनाक माना जाता है. हालांकि वहां सुरक्षा के लिए मार्किंग किया गया है. वहीं पंचघाघ में पर्यटन मित्रों की तैनाती की गयी है. उपायुक्त लोकेश मिश्रा ने कहा कि हमारा प्रयास है कि पंचघाघ जलप्रपात में आने वाले पर्यटक एक अद्भुत अनुभव प्राप्त करें और इस क्षेत्र की सुंदरता और संस्कृति का आनंद लें. उन्होंने पर्यटकों से अपील किया है कि जलप्रपात क्षेत्र में सुरक्षा निर्देशों का पालन करें. प्रकृति की सुंदरता को संरक्षित करने के लिए कचरा न फैलाएं. पिकनिक के दौरान जलप्रपात के निकट सतर्कता बरतें.
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