राम दरबार व ब्रेसलेट डिजाइन की राखियां सजेंगी भाइयों की कलाई पर
गया. भाई-बहन का सबसे पवित्र त्योहार रक्षाबंधन आज है. पूरा बाजार अलग-अलग डिजाइनों की राखियों से सजा है. इस बार डेढ़ सौ से अधिक डिजाइनों की राखियां बाजार में बिकी
गया. भाई-बहन का सबसे पवित्र त्योहार रक्षाबंधन आज है. पूरा बाजार अलग-अलग डिजाइनों की राखियों से सजा है. इस बार डेढ़ सौ से अधिक डिजाइनों की राखियां बाजार में बिकी हैं, लेकिन लोगों की पहली पसंद राम दरबार व ब्रेसलेट डिजाइन की राखियां हैं. खुदरा बाजार में 15 से लेकर 100 रुपये तक प्रति पीस की दर से राखियां बेची जा रही हैं. केपी रोड, धामी टोला, चौक, लहरिया टोला के अलावा शहर के चांदचौरा, नयी गोदाम, जीबी रोड, अनुग्रह पुरी कॉलोनी, राजेंद्र आश्रम सहित अधिकतर घनी आबादी वाले क्षेत्रों में भी स्थायी दुकानों के अलावा सड़क किनारे लगी अस्थायी दुकानों से भी बहनों ने अपने पसंद की राखियों की खरीदारी की. राखियों के खुदरा कारोबारी सोनू कुमार ने बताया कि अधिकतर बहने मध्यम रेंज की राखियों की खरीदारी कर रही हैं. हालांकि पहली बार बाजार में आयी राम दरबार की राखियों की काफी मांग है. सामान्य राखियों की तुलना में इसकी कीमत अधिक है. सोने-चांदी की कीमतों में उछाल रहने से इस बार चांदी की राखियों के कारोबार पर काफी प्रतिकूल असर पड़ा है. बुलियन एसोसिएशन के उपाध्यक्ष नीरज कुमार वर्मा ने बताया कि बीते वर्ष चांदी की राखियों का कारोबार करीब 20 लाख रुपये का था. इस बार कारोबार की गति काफी धीमी है. उन्होंने बताया कि शहर में संगठन से जुड़ी करीब 180 दुकानें हैं. अधिकतर दुकानों में चांदी की राखियों का कारोबार नाम मात्र का हो सका है. रक्षाबंधन पर इस बार डेढ़ सौ से अधिक डिजाइनों की राखियां बाजार में हैं. इस बार रक्षाबंधन पर स्टोन, राम दरबार, सलमा, जरी, भालवेट, ट्वायज, घड़ी, लाइट लगी राखियां, फैंसी राखियां, भाभी (लुम्बा) राखियां, ब्रेसलेट सहित कई अन्य सामान से बनायी गयी डेढ़ सौ से अधिक डिजाइनों की राखियां बाजार में बिक रही हैं. रक्षाबंधन को लेकर मिठाई व फल के कारोबार में भी रौनक है.
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