प्रतिनिधि, पिपरवार राजकीय मध्य विद्यालय बचरा का जर्जर भवन बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है. विद्यालय भवन का उचित रख रखाव नहीं होने से कुछ दिन पहले ही छह कमरों का छत गिर चुका है. वहीं, जिन छह कमरों में पठन-पाठन हो रहा है, उन कमरों की स्थिति भी अच्छी नहीं है. इन कमरों की छत भी कमजोर हो चुकी है. इससे विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के साथ हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. जानकारी के अनुसार बच्चे खेलने के दौरान ध्वस्त कमरों की ओर चले जाते हैं. इस संबंध में पहले ही जिला शिक्षा अधिकारी व सीसीएल अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है. वर्ष 1975 में सीसीएल ने अपनी जमीन पर विद्यालय भवन का निर्माण करा कर सरकार को सौंप दिया था. तब से इस विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई होती है. वर्तमान में विद्यालय में 158 बच्चे नामांकित हैं. इस संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक सुमित्रा कुमारी ने बताया कि विद्यालय भवन सीसीएल की जमीन पर बना हुआ है. इसलिए शिक्षा विभाग द्वारा भवन निर्माण का पहल नहीं किया जाता. वहीं, सीसीएल अधिकारी कहते हैं कि सरकार से नो ड्यूज लाओ. इन वजहाें से भवन की मरम्मत नहीं हो सकी और छत गिर गया. इसके अलावा विद्यालय का बाउंड्री नहीं होने से विद्या का यह मंदिर गंजेड़ियों व शराबियों का अड्डा बन गया है. जिनके बच्चे विद्यालय में पढ़ते है, उनके अभिभावाक भी ऐसे असमाजिक तत्वों का मुखर विरोध नहीं कर पाते हैं.
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