रांची. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी समिति की ओर से अलबर्ट एक्का चौक पर दही-हांडी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. मंगलवार की शाम 8.30 बजे दीप प्रज्वलित कर और गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. प्रतियोगिता का उदघाटन राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने माखन से भरी हांडी को फोड़कर किया. इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि पिछले कई सालों से यहां जन्माष्टमी का भव्य आयोजन हो रहा है. इसके लिए सांसद सेठ बधाई के पात्र हैं. उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण भगवान विष्णु के आठवें अवतार थे. जिन्होंने धर्म, प्रेम और न्याय का अद्वितीय संदेश मानवता को दिया. उनके जीवन का हर क्षण हमें कुछ सिखाता है. भगवान श्रीकृष्ण के जीवन पर नजर डालें, तो उन्होंने अपने जन्म से लेकर बड़े होने तक अत्याचार, अधर्म और असत्य के खिलाफ संघर्ष किया. श्रीकृष्ण का जीवन इस बात का प्रतीक है कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाई क्यों न आये. हमें सदैव धर्म पथ पर अडिग रहना चाहिए. इस अवसर पर समिति के संरक्षक सह रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने सभी अतिथियों का स्वागत किया. मौके पर श्रद्धालु भक्ति में भावविभोर होकर गोविंदा आले रे… आला… जरा मटकी संभाल बृजबाला..भजन गाते नजर आये.
नेशनल योगा महिला टीम ने 19 सेकेंड में
फोड़ीहांडी
प्रतियोगिता के पहले चरण में महिला टीमों को 20 फीट ऊंचाई पर रखी हांडी को फोड़ना था. लेकिन कोई भी टीम हांडी को फोड़ने में सफल नहीं हुई. फिर हांडी की ऊंचाई 15 फीट की गयी, जिसमें नेशनल योगा महिला टीम ने हांडी को 19 सेकेंड में ही फोड़ दिया. वहीं चडरी महिला समिति ने 28 सेकेंड में मटकी फोड़ी. राधा रानी महिला टीम मांडर ने 35 सेकेंड में मटकी फोड़ी. सबसे पहले हांडी फोड़ने वाली टीम को 51 हजार और दूसरे नंबर पर रहनेवाली टीम को 21 हजार की राशि राज्यपाल ने प्रदान की. बाकी बची टीमों को राज्यपाल ने सांत्वना पुरस्कार दिया.
भजनों की हुई अमृत वर्षा
धनबाद से पधारे पिंटू शर्मा, लखनऊ से आये भजन सम्राट अंशु ज्योति पागल और कानपुर से पधारे सनी सरताज ने भजनों की गंगा प्रवाह बहाकर लोगों को श्री कृष्ण भक्ति में डूबने के लिए विवश कर दिया. इसके अलावा इंद्रा डांस ग्रुप कोलकाता द्वारा भक्तिमय संगीत के संग नृत्य नाटिका का अद्भुत संगम पेश किया गया. इस दौरान जो मन से बजायेगा ताली..वो रोज मनायेगा होली दीवाली.., काली कमली वाला मेरा यार है.., जिसने नहीं बजायी ताली रह जायेगी झोली खाली.., लखनऊ से पधारे अंशु गोस्वामी के भजन चल श्री जी के द्वार पता नहीं क्या दे दे.. ने लोगों को खूब झुमाया. कानपुर से पधारे सन्नी सरताज ने बांके बिहारी तेरे मोटे मोटे नयन भजनों से लोगों में प्रेम रस बिखेर दिया. ज्योति गोस्वामी ने साथी हमारा कौन बनेगा भजन से लोगों का मन मोह लिया. कार्यक्रम में गो माता पर हो रहे अत्याचार की भावपूर्ण प्रस्तुति देख कर सभी भाव विह्वल हो गये.
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