अस्पताल प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद दोनों माताओं को उनके बच्चे मिले
नगर प्रतिनिधि, साहिबगंजसाहिबगंज सदर अस्पताल में सोमवार की रात दो महिलाओं का ऑपरेशन के जरिये प्रसव कराया गया. इनमें से एक महिला ने पुत्र को और दूसरी महिला ने पुत्री को जन्म दिया. सदर अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण जिस महिला ने पुत्र को जन्म दिया, उसे पुत्री और जिसने पुत्री को जन्म दिया, उसे पुत्र दे दिया गया. परिजनों को पता चलते ही हंगामा करने लगे. इसके बाद अस्पताल प्रशासन के हस्तक्षेप से दोनों महिलाओं को उनके अपने-अपने बच्चे मिलने पर मामला शांत हुआ.
जानकारी के अनुसार, तीनपहाड़ के हाथीगढ़ निवासी रवि कुमार दास की 28 वर्षीय पत्नी गीता कुमारी को दिन के 4:10 बजे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं साहिबगंज रामनगर बलियाटोली निवासी सुभाष रमानी की 18 वर्षीय पत्नी शिवप्रिया कुमारी को दिन के 3:30 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. गीता कुमारी ने शाम 7:33 बजे पुत्र को जन्म दिया और शिवप्रिया ने शाम 7:56 बजे पुत्री को जन्म दिया. अस्पताल कर्मचारियों की गलती से नवजात की अदला-बदली हो गयी. अस्पताल के कर्मचारियों ने तौलिये में लपेटे हुए शिशुओं को संबंधित परिजनों को नहीं देकर अदला-बदली कर दी. इधर, जन्म के बाद सहिया ने परिजनों को उनके पैदा हुए संतान की जानकारी दी थी. परिजनों को जैसे ही पता चला कि उनके अपने बच्चे नहीं हैं, हंगामा करने लगे. अस्पताल प्रशासन ने दोनों महिलाओं को उनके अपने-अपने बच्चे सौंपे, जिसके बाद हंगामा शांत हुआ. अस्पताल के प्रशासनिक उपाधीक्षक सदर अस्पताल के प्रसूता वार्ड पहुंचे और दोनों महिलाओं से मामले की जानकारी ली.क्या कहते हैं डीएस
जिस समय प्रसव हुआ था, उस समय कर्मचारियों के द्वारा प्रसूति महिलाओं को बता दिया गया था कि आपको पुत्र व आपको पुत्री हुए हैं. लेकिन, बच्चाें को देने के दौरान कर्मचारी से गलती हो गयी थी. बाद में जिनका बच्चा जो था, उन्हें सौंप दिया गया. दोनों नवजातों के परिजनों से मिले हैं, वे सभी संतुष्ट हैं.डाॅ मुकेश कुमार, प्रशासनिक उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, साहिबगंज
फोटो 31 साहिबगंज 44कैप्शन सदर अस्पताल में हंगामा करते नवजात के परिजन.
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