सड़कें बनी पार्किंग स्थल, जाम से हांफता शहर, लोग परेशान
किशनगंज . नगर परिषद के अधीन प्रमुख सड़कों, चौक-चौराहों व कमर्शियल भवनों के सामने यत्र तत्र वाहनों की पार्किंग लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है. वहीं इस
किशनगंज . नगर परिषद के अधीन प्रमुख सड़कों, चौक-चौराहों व कमर्शियल भवनों के सामने यत्र तत्र वाहनों की पार्किंग लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है. वहीं इस वजह से लोगो को जाम की समस्या से भी जूझना पड़ता है. दरअसल समय के साथ नगर परिषद क्षेत्र की आबादी लगातार बढ़ रही है. इस बढ़ती आबादी के बीच नगर परिषद में दुकानों, बाजारों, मॉल और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की संख्या भी बढ़ रही है. लेकिन बड़े बड़े मॉल और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का निर्माण तो कर लिया गया लेकिन पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं की. इनमें पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से खरीददारी के लिए आने वाले लोग इनके सामने सड़कों पर ही बेतरीब तरीके से वाहन लगा देते है जिससे जाम की समस्या पैदा हो जाती है. इस वजह से सड़कों पर वाहनों की आवाजाही की जगह भी कम पड़ जाती है. मालूम हो कि नगर परिषद के नियम के तहत सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों और मॉल को अपने यहां पार्किंग की वाहनों व्यवस्था करनी है लेकिन इसका पालन ज्यादातर प्रतिष्ठानों और मॉल संचालकों द्वारा नहीं किया जा रहा है. हालांकि कुछ प्रतिष्ठानों और मॉल इसका पालन कर रहे है. शहर में पिछले पांच सालों में कई मॉल और बड़े बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान का निर्माण हुआ है. मॉल कॉन्सेप्ट तो बढ़ा लेकिन इनके यहां पार्किंग की व्यवस्था करने की किसी से नहीं सोची. कुछ तो ऐसे है जिन्होंने पार्किंग बोलकर अपना नक्शा पास कराया लेकिन उस पार्किंग की जगह का इस्तेमाल दूसरी चीजों के लिए हो रहा है. कई सालों से नप में दर्जनों छोटे बड़े कमर्शियल कॉम्प्लेक्स और मार्केट का निर्माण तो किया गया लेकिन नप से पारित नक्शा और मापदंडों के अनुसार पार्किंग का निर्माण नहीं किया गया. इस वजह से लगभग सभी सड़कों पर इन मार्केट और कॉम्प्लेक्स के आगे यत्र तत्र छोटे बड़े वाहन खड़े कर दिए जाते है जिससे आए दिन लंबा जाम जाता है. शहर के नीमचंद रोड, महावीर मार्ग, धर्मशाला रोड, फलचौक, लोहारपट्टी रोड, चूड़ीपट्टी, पश्चिमपाली, सुभाषपल्ली, डेमार्केट सहित अन्य जगहों पर पिछले कई सालों में दर्जनों व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और मॉल का निर्माण हुआ है लेकिन पार्किंग को लेकर कमोबेश यही स्थिति बनी हुई है. ऐसे में खरीददारी करने आने वाले लोग अपने बड़े छोटे वाहनों को सड़कों पर लगाने को मजबूर है. वहीं सड़कों पर खड़े वाहनों की सुरक्षा भी चिंता का विषय है क्योंकि मोटरसाईकिल चोरी की घटनाएं घटित होती रहती है. पार्किंग में लगने से वाहनों की सुरक्षा भी रहती है. वैसे नगर परिषद सार्वजनिक पार्किंग बनाने की कवायद में जुटा है लेकिन जिन मॉल, मार्केट और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को अपने यहां पार्किंग बनाना था, उन्होंने इसकी व्यवस्था क्यो नहीं की यह जांच का विषय है.
यहां हर दिन लगता है जाम
शहर के अस्पताल रोड, नेमचंद रोड, भगतटोली रोड, कागजिया पट्टी, धर्मशाला रोड, महावीर मार्ग, सौदागर पट्टी रोड, फल चौक, चूड़ी पट्टी, पश्चिमपाली, सुभाषपल्ली, कालेज रोड, खगड़ा, डे मार्केट में प्रतिदिन जाम लगता है. ऐसे में जहां पुलिस की नो पार्किंग की कार्रवाई केवल ट्रैक्टर, ट्रक पर ही है. कार, ऑटो, ई-रिक्शा पर कार्रवाई नहीं से जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है.यह दिए थे हाईकोर्ट ने आदेश
शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को देखते हुए नगर परिषद को मुख्य सड़कों, बाजारों, मुख्य मार्ग व प्रमुख मार्गों से अस्थाई अतिक्रमण हटाने के आदेश हाईकोर्ट ने दिए हैं. इन अस्थाई अतिक्रमण के कारण शहर की सड़कें संकरी हो गई हैं. इन पर स्थानीय दुकानदारों, हाथ ठेले व फुटपाथियों ने कब्जा कर रखा है जिन पर ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है.क्या कहते है नप अध्यक्ष
नप अध्यक्ष इंद्रदेव पासवान ने बताया कि आचार संहिता समाप्त होने पर कमर्शियल कॉम्प्लेक्स और मार्केट की पार्किंग की जांच के लिए कमिटी बनाई जाएगी. उन्होंने बताया कि नियमों का पालन नहीं करने वाले कॉम्प्लेक्स और मार्केट के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है