seraikela kharsawan news: कुचाई मॉडल स्कूल में शिक्षकों की कमी से कक्षाएं हो रहीं प्रभावित

20 केएसएन 3 : कुचाई के बडा सेगोई स्थित मॉडल स्कूल के बाहर प्रेयर करते विद्यार्थी20 केएसएन 4 : कुचाई के बडा सेगोई स्थित मॉडल स्कूल में पढ़ाई करते बच्चेseraikela

By Prabhat Khabar News Desk | December 21, 2024 12:36 AM
an image

20 केएसएन 3 : कुचाई के बडा सेगोई स्थित मॉडल स्कूल के बाहर प्रेयर करते विद्यार्थी

20 केएसएन 4 : कुचाई के बडा सेगोई स्थित मॉडल स्कूल में पढ़ाई करते बच्चेseraikela kharsawan news:कुचाई के बड़ासेगोई में सरकारी स्तर पर बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा देने के लिए मॉडल स्कूल संचालित हो रही हैं. लेकिन विद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी है. सिर्फ दो शिक्षकों के भरोसे कक्षा छह से 12वीं तक पढ़ाई हो रही है. मॉडल स्कूल में शिक्षकों के 21 पद स्वीकृत हैं. शिक्षकों की कमी से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. प्रत्येक कक्षा में 40 बच्चों का नामांकन लेना है, लेकिन स्कूल में शिक्षक समेत अन्य संसाधनों की कमी के कारण बच्चे यहां नामांकन कराने से भी कतराते हैं. स्कूल में कक्षा छह से 10 तक के लिए सिर्फ 47 बच्चे ही नामांकित है, जबकि 11 वीं में 17 व 12 वीं में 30 बच्चे नामांकित हैं.

मॉडल स्कूल में कई विषयों के शिक्षक नहीं:

कुचाई के मॉडल स्कूल में कई विषयों के शिक्षक नहीं हैं. विद्यालय में प्रभारी प्राचार्य के रूप में पदस्थापित पंकज प्रधान गणित के शिक्षक हैं. जबकि स्कूल में प्रतिनियुक्त किये गये एक अन्य शिक्षक अतुल कुमार भूगोल पढ़ाते हैं. दो शिक्षकों के भरोसे एक साथ आठ कक्षाएं संचालित करने में परेशानी होती है. स्कूल में कई बार शिक्षकों की पदस्थापना की मांग की गयी, लेकिन अबतक पूरी नहीं हो सकी है. स्कूल में गणित के शिक्षक को विज्ञान पढ़ाना पड़ता है. इसी तरह भूगोल के शिक्षक को अंग्रेजी, हिंदी, इतिहास, राजनीतिशास्त्र समेत अन्य विषय पढ़ाना पड़ता है.

शिक्षकों की कमी के कारण इंटर में साइंस व कॉमर्स की पढ़ाई बाधित:

कुचाई के मॉडल स्कूल में शिक्षकों की कमी के कारण ही इंटरमीडिएट के विज्ञान व वाणिज्य संकाय की पढ़ाई बाधित है. स्कूल में 12वीं के विज्ञान संकाय में तीन विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं. जबकि शिक्षकों की कमी के कारण ही पिछले वर्ष 11वीं के विज्ञान संकाय में एक भी बच्चे ने नामांकन नहीं कराया. 11वीं व 12वीं के वाणिज्य संकाय की पढ़ाई नहीं होती है. कला संकाय में 11वीं 17 व 12वीं 27 विद्यार्थी यहां अध्ययनरत हैं. शिक्षकों की पदस्थापना होने पर निश्चित रूप से मॉडल स्कूल का बेहतर ढंग से संचालन हो पाता.

2012 से संचालित है स्कूल, 2022 में मिला नया भवन:

कुचाई में वर्ष 2012 में बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा देने के लिये सरकारी स्तर पर मॉडल इंग्लिश स्कूल खोला गया था. तब स्कूल का संचालन अस्थायी रूप से कुचाई हाई स्कूल के ही एक भवन में होता था. इसके बाद लाखों रुपये खर्च कर बड़ासेगोई मॉडल स्कूल का नया भवन बनाया गया. वर्ष 2022 में बड़ासेगोई में बने मॉडल स्कूल के नये भवन में स्कूल संचालित हो रही है. अबतक स्कूल कैंपस की चहारदीवारी नहीं बन पायी है. ऐसे में सुरक्षा पर भी प्रश्नचिह्न उठता है. स्कूल भवन में बिजली का वायरिंग भी ठीक ढंग से नहीं किया गया है.

प्रभारी प्रधानाध्यापक बोले :

मॉडल स्कूल में शिक्षकों की कमी के कारण सभी कक्षाओं को एक साथ संचालित करने में परेशानी होती है. इसके बाद किसी तरह कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है. शिक्षकों की कमी के कारण वैकल्पिक व्यवस्था के तहत दोनों ही शिक्षकों को सभी विषय पढ़ाना पड़ता है.

-पंकज प्रधान, प्रभारी प्रधानाध्यापक, मॉडल स्कूल, कुचाईB

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version