शहरी गीला कचरा का महिलाएं करेगी पृथिकरण, तैयार होगा कंपोस्ट व फर्निंस वायल

मोतिहारी. शहरी कचरा पृथिकरण कर उपयोगी बनाया जायेगा. इस काम में महिलाएं अग्रणी भूमिका निभायेगी. दीन दयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत गठित व संचालित स्वयं सहायता

By Prabhat Khabar News Desk | May 30, 2024 4:26 PM

मोतिहारी. शहरी कचरा पृथिकरण कर उपयोगी बनाया जायेगा. इस काम में महिलाएं अग्रणी भूमिका निभायेगी. दीन दयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत गठित व संचालित स्वयं सहायता समूहों की महिला सदस्यों को इसके लिए तैयार किया जायेगा. नगर निगम प्रशासन समूह की महिलाओं को कचरा पृथिकरण के लिए प्रशिक्षित करेंगा. शहर के जमला स्थित कचरा प्रोसेसिंग प्लांट में महिलाएं कचरा पृथिकरण में हाथ बटायेंगी. इसके लिए महिलाओं को दैनिक मजदूरी की दर से राशि भुगतान होगी. इसको लेकर कवायद तेज हो गयी है. निगम प्रशासन ने इस कार्य के लिए समूह की इच्छुक महिलाओं की तलाश में जुटा है. इसके लिए सभी वार्ड के सीआरपी को काम के इच्छुक महिलाओं का चयन कर सूची मांगी है. बताया जाता है कि अबतक 12 महिलाओं को इस काम के लिए चयनित किया गया है. वही शेष महिलाओं की तलाश चल रही है. एक टीम में 20 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा. जो प्लांट में कचरा पृथिकरण का काम करेंगी.

नगर निगम महिलाओं को करेंगा प्रशिक्षित

नगर मिशन प्रबंधक शिप्रा कुमारी कुंडू ने बताया कि कचरा पृथिकरण कार्य के लिए एक टीम में लगभग 20 महिलाएं कार्य करेंगी. गीला कचरा का उपयोग कंपोस्ट बनाने और धातु की सामग्री सहित अन्य कचरा का रिसाइकल किया जायेगा. कचरा पृथिकरण में प्लास्टिक को अलग कर वॉयलर की मदद से प्रोसेसिंग कर फर्निंस वॉयल तैयार होगा. वही गीला कचरा से कंपोस्ट तैयार होगा.काम करने वाले महिलाओं को हैंड ग्लब्स, मास्क, टोपी सहित सभी तरह के सेफ्टी शू उपलब्ध कराये जायेंगे. आवश्यकता के अनुसार आगे महिलाओं की संख्या बढ़ाने की भी योजना है.

कार्य एजेंसी बरत रहा लापरवाही

जमला कचरा प्लांट का संचालन कर रहा निगम से बहाल कार्य एजेंसी अपने स्तर से कचरा पृथिकरण का काम छोटे स्तर पर कर रहा है. लेकिन काम करने वालों की संख्या कम होने के कारण कचरा का पृथिकरण शत्-प्रतिशत नहीं हो पा रहा है. एजेसी जिन महिला व पुरुष मजदूर से कचरा पृथिकारण का कार्य करा रहा है. उन्हें सेफ्टी कीट तक उपलब्ध नहीं कराये गये है. ऐसे में कचरा पृथिकरण कार्य करने वाले मजदूर को संक्रमित होने का खतरा है. जिससे उनकी जान भी जा सकती है.

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