प्रतिनिधि, पिपरवार : स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड सरकार की निजी स्कूलों को मान्यता के लिए निर्धारित समय में आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश से पिपरवार कोयलांचल के निजी स्कूलों के बंद होने का खतरा उत्पन्न हो गया है. बताया जाता है कि कोयलांचल के अधिकतर निजी स्कूल मान्यता के लिए जरूरी प्रक्रिया को पूरी करने में सक्षम नहीं हैं. सीसीएल क्षेत्र होने की वजह से कई ऐसे स्कूल हैं, जिनके पास अपनी जमीन नहीं है. सीसीएल की जमीन पर स्कूल निर्माण कर किसी तरह अपना रोजगार चला रहे हैं. ऐसे में इनमें पढ़नेवाले हजारों विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटक सकता है. अधिकतर ऐसे विद्यालय हैं, जो दूसरे स्कूलों से विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन कर मैट्रिक की परीक्षा दिलाते हैं. पर, सरकार के नये आदेश के बाद अब ऐसा नहीं हो सकेगा. आखिर सवाल खड़ा होता है कि निजी स्कूलों में पढ़ने वाले इन हजारों विद्यार्थी व शिक्षकों के भविष्य का क्या होगा. सरकारी स्कूली की दशा भी अच्छी नहीं है. कहीं शिक्षक नहीं हैं, तो कहीं स्कूल भवन के नाम पर खंडहर बचा है. जानकारी के अनुसार कुछ स्कूल सीसीएल से एनओसी के लिए आग्रह कर रहे हैं. पर, इसमें कई पेंच होने की वजह से सीसीएल अधिकारी किनारे रहना पसंद कर रहे हैं. वहीं अभिभावक भी अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं.
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