मां सिंहासनी के मनोहारी रूप के दर्शन से तृप्त हुए दर्शनार्थी
नवरात्र की तृतीया तिथि पर गुरुवार को मां सिंहासनी के दर्शन के लिए बिहार, यूपी, नेपाल से भक्त पहुंचे. मां के जयकारे से पूरा थावे गूंजता रहा.
थावे. नवरात्र की तृतीया तिथि पर गुरुवार को मां सिंहासनी के दर्शन के लिए बिहार, यूपी, नेपाल से भक्त पहुंचे. मां के जयकारे से पूरा थावे गूंजता रहा. इसी प्रकार रहषु मंदिर पर भी दर्शनार्थियों की भीड़ रही. मां के भक्त पहुंचकर मां को नारियल, चुनरी, पेड़ा चढ़ा कर अपनी कमना रखते नजर आये. इस बार नवरात्र में भक्तों को दिव्य दर्शन हो, इसके लिए प्रशासन ने गर्भगृह के मुख्य गेट को खुलवा दिया है. इससे बहुत ही आसानी से मां के मनोहारी रूप के दर्शन हो रहे हैं. इतना ही नहीं, नये इंतजाम के कारण भक्तों को बहुत ही कम समय में दर्शन हो रहे हैं. घंटों कतार में रहने के बाद मंदिर में इंट्री करते ही उनका मन प्रसन्न करने वाले दर्शन हो रहे हैं. जहां सुरक्षा का इंतजाम खुद सीओ रवि भूषण गौरव ने संभाल रखा है. पहले कई लोगों को भीड़ के कारण दर्शन नहीं हो पा रहे थे. इससे मायूस होकर लौटना पड़ता था. लेकिन अब जो भी आये उनको दर्शन होने हैं. मां के दरबार में आने वाले सभी भक्त खास से आम बनकर दर्शन करते दिखे. मंदिर के परिसर पर जगह-जगह बैठ साधक पूजा-पाठ कर दर्शन पूजन में लीन रहे. दर्शन के बाद कलाई पर रक्षा सूत बंधवाने व मां को सिंदूर चढ़ाने की परंपरा को महिला दर्शनार्थियों ने निभाया. उधर, मंदिर के मुख्य पुजारी पं संजय पांडेय ने बताया कि गुरुवार को मां चंद्रघंटा के स्वरूप की भक्तों ने पूजा की. मां के दर्शन व पूजन से भक्तों के सभी संकट दूर होते हैं. क्लेश मिट जाता है. घर धन-धान्य से परिपूर्ण हो जाता है.