गोपालगंज. सेशन लेट कर हजारों छात्रों का करियर चौपट करने के मामले में जयप्रकाश विश्वविद्यालय पिछले कई सालों से चर्चा में है. इधर, शिक्षा विभाग के हस्तक्षेप के बाद विश्वविद्यालय ने एग्जाम कैलेंडर जारी किया और 2025 तक सभी सत्राें को पटरी पर लाने की बात कही गयी, लेकिन अब एग्जाम कैलेंडर पूरी तरह से फेल हो गया और सेशन लेट की समस्या जस की तस बनी रही. मई में पीजी के दो अलग- अलग सत्रों की परीक्षाएं एक साथ ली गयीं. जून के अंत तक रिजल्ट देने की बात कही गयी, लेकिन जून बीता, जुलाई बीती अब अगस्त बीतने वाला है. लग ऐसा रहा है कि विश्वविद्यालय रिजल्ट जारी करना भूल गया है, क्योंकि रिजल्ट कब जारी होगा, इसको लेकर कोई अपडेट छात्रों को नहीं मिल पा रहा है. पीजी सत्र 2021- 23 के सेकेंड इयर तथा सत्र 2020-22 के थर्ड इयर के सैद्धांतिक विषयों की परीक्षा आठ मई से 14 मई तक ली गयी थी. इसके बाद प्रैक्टिकल परीक्षा ली गयी. जून माह में गर्मियाें की छुट्टी में भी कापियों की जांच करायी गयी. लेकिन काॅपी जांच पूरी हाेने के बावजूद रिजल्ट जारी नहीं किया गया. आखिर किन कारणों से रिजल्ट जारी नहीं हो रहा, विश्वविद्यालय यह भी स्पष्ट नहीं कर रहा. समय से परीक्षा और रिजल्ट नहीं होने से छात्रों के करियर चौपट हो रहा है. नामांकन के बाद छात्र लगातार पढ़ाई छोड़ रहे हैं. पीजी के दोनों सत्रों में जितने छात्रों ने फर्स्ट सेमेस्टर में एडमिशन लिया, उसमें से 40 प्रतिशत छात्रों ने पढ़ाई छाेड़ दी है. इधर, बिहार में शिक्षा विभाग समेत अन्य विभागों में बहाली निकलने वाली है. प्लस टू के शिक्षक बनने के लिए कई छात्र बीएड के बाद पीजी कर रहे हैं. लेकिन समय से सत्र पूरा नहीं होने से बहाली तो दूर, एसटीइटी में भी शामिल नहीं हो पा रहे. रिजल्ट की जानकारी के लिए छात्र कॉलेजों में जा रहे हैं, लेकिन कोई अपडेट नहीं मिल रहा. पूर्व के परीक्षा नियंत्रक डॉ दिलीप कुमार के द्वारा अगस्त के पहले सप्ताह में रिजल्ट देने की बात कही गयी थी, लेकिन इसी बीच उन्होंने नियंत्रक के पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद प्रो. डॉ कमलजी को परीक्षा नियंत्रक बनाया गया. रिजल्ट के संबंध में अपडेट लेने के लिए वर्तमान नियंत्रक से बात करने के प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हाे सका.
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