जमुई. बारिश नहीं होने व उमस भरी गर्मी के कारण जिले में मौसम जनित बीमारियों ने पैर पसारना शुरू कर दिया है. बड़ी संख्या में लोग वायरल फीवर, सर्दी खांसी व गैस, एसिडिटी, पेट दर्द, गैस्ट्राइटिस की चपेट में आ रहे हैं. सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में मंगलवार की देर शाम से बुधवार की सुबह तक दो दर्जन से अधिक पेट दर्द, वायरल फीवर, गैस्ट्राइटिस व सांस के मरीजों को भर्ती किया गया है. इमरजेंसी कक्ष में ड्यूटी पर मौजूद डॉ जीके सुमन ने बताया कि उमस भरी गर्मी और अनियमित खान-पान के कारण अभी पेट दर्द, डायरिया, उल्टी, बुखार तथा सांस लेने में दिक्कत आने के मरीजों की संख्या में इजाफा हो गया है. उन्होंने बताया कि वायरल बुखार होने पर यह 4 से 6 दिन दवा लेने पर ठीक हो जा रहा है. लेकिन, इसमें मरीजों को काफी कमजोरी महसूस हो रही है. मौसम में उतार-चढ़ाव से मौसमी बीमारियां बढ़ी हैं. ऐसे में सर्दी-जुकाम, बुखार और गले में खराश जैसी परेशानी भी बढ़ रही है. डॉ सुमन ने लोगों से अपील की कि इस बदलते मौसम में बच्चों की अधिक देखभाल करें. मौसम में बदलाव के कारण डायरिया व बुखार की चपेट में बच्चे ज्यादा आ रहे हैं.
कहते हैं डीएस
अस्पताल आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करायी जा रही है. मरीजों को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए पूरे इंतजाम किये गये हैँ. दवा का भंडारण भी पर्याप्त मात्रा में है.
डॉ सैयद नौशाद अहमद, डीएस सदर अस्पताल, जमुईडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है