सुरक्षित यौन जीवन, स्वस्थ जीवन ” की थीम के साथ जिले के सभी स्वास्थ्य सस्थानो में आज मनाया जायेगा विश्व गर्भनिरोधक दिवस किशनगंज. जिला सहित आज पूरे विश्व में गुरुवार को विश्व गर्भनिरोधक दिवस मनाया जायेगा. जिसका उद्देश्य है जनसंख्या नियंत्रण और यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना. इस महत्वपूर्ण दिवस के माध्यम से स्वास्थ्य विशेषज्ञ और सरकारें लोगों को गर्भनिरोधक उपायों के बारे में जानकारी देने के लिए कई अभियान चला रही हैं, ताकि वे परिवार नियोजन के सुरक्षित और प्रभावी साधनों को समझ सकें और अपनाएं.सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया की विश्व गर्भनिरोधक दिवस 2024 का संदेश स्पष्ट है: “सुरक्षित यौन जीवन, स्वस्थ जीवन “. गर्भनिरोधक उपायों को अपनाकर समाज के हर वर्ग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा और समृद्धि के लिए सही कदम उठाएं.
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने इस वर्ष की थीम सुरक्षित यौन जीवन, स्वस्थ जीवन पर जोर देते हुए, बताया की स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देश में बताया गया है कि गर्भनिरोधक के इस्तेमाल से न केवल अवांछित गर्भधारण को रोका जा सकता है, बल्कि इससे यौन संचारित रोगों के जोखिम को भी कम किया जा सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि “बास्केट ऑफ चॉइस ” यानी गर्भनिरोधक के कई विकल्पों से लोगों को अवगत कराना जरूरी है, ताकि वे अपनी शारीरिक और सामाजिक परिस्थितियों के अनुसार सही निर्णय ले सकें. इन विकल्पों में कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां, इम्प्लांट्स, इंजेक्शन और इंट्रा यूटेराइन डिवाइस शामिल हैं.गर्भनिरोधक के साधन को अपनाकर स्वस्थ और समृद्ध जीवन जी सकें
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया कि गर्भनिरोधक के नियमित और सही इस्तेमाल से न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि यह परिवारों में आर्थिक स्थिरता लाने में भी मददगार है. अवांछित गर्भधारण से बचाव करने से महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिलता है, जबकि परिवार नियोजन से परिवारों की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होती है. इस जागरूकता अभियान के माध्यम से स्वास्थ्य संगठनों का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक लोग गर्भनिरोधक के लाभों को समझें और इन्हें अपनाने के लिए प्रेरित हों. जिनमें मुफ्त गर्भनिरोधक सामग्री वितरण, परामर्श सेवाएं और यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य पर कार्यशालाएं शामिल हैं. अभियानों का मुख्य उद्देश्य है कि हर व्यक्ति को परिवार नियोजन के सुरक्षित विकल्पों की जानकारी मिले और वे इन्हें अपनाकर स्वस्थ और समृद्ध जीवन जी सकें. विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां गर्भनिरोधक के बारे में जानकारी और संसाधनों की कमी है, वहां भी व्यापक जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं. स्थानीय पंचायतों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से इन क्षेत्रों में लोगों को गर्भनिरोधक के उपयोग के लाभों के बारे में जानकारी दी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है