विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन

- स्तनपान से माता रहती हैं स्वस्थ्य, नवजात की बढ़ती है इम्यूनिटी सिस्टम : सीएस सुपौल 01 से 07 अगस्त तक मनाया जाने वाला

By Prabhat Khabar News Desk | August 5, 2024 6:37 PM

– स्तनपान से माता रहती हैं स्वस्थ्य, नवजात की बढ़ती है इम्यूनिटी सिस्टम : सीएस सुपौल 01 से 07 अगस्त तक मनाया जाने वाला विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर सदर अस्पताल के ओपीडी परिसर में सोमवार को सिविल सर्जन डॉ ललन ठाकुर की अध्यक्षता में एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें एएनएम ट्रेनिंग कॉलेज की छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्तनपान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी. नुक्कड़ नाटक में अंजली, रूपा, निशा, शबनम, मौसम, कोलम, पूजा, लक्ष्मी, कंचन, निधि, सोनाली, अनुपम, लवली, सोनी, सुनीता, प्रीति सहित अन्य छात्राओं ने भाग लिया. कार्यशाला को संबोधित करते सीएस डॉ ठाकुर ने कहा कि स्तनपान के अनेक फायदे हैं. इसमें नवजात शिशु की इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ती है. वहीं शिशु का शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है. कहा कि बच्चों को दस्त, डायरिया से बचाव हेतु स्तनपान कराना जरूरी है. वहीं बच्चों के साथ-साथ मां के लिए भी स्तनपान कराना फायदेमंद होता है. मां को स्तन कैंसर, मोटापा और शीघ्र गर्भधारण से भी बचाता है. कहा कि छह माह तक बच्चे को सिर्फ मां का दूध ही देना चाहिए. मां का दूध सर्वोत्तम पोषक आहार होता है. माइक्रोलॉजिस्ट डॉ सुभाष मिश्रा ने संबोधित करते हुए कहा कि बीमार नवजात जो स्तनपान करने में सक्षम नहीं है या बीमारी के कारण मां के द्वारा स्तनपान कराने में समर्थ नहीं है, वैसे नवजात को एक्सप्रेस्ड ब्रेस्ट मिल्क पिलाने के संबंध में जानकारी एवं सहायता प्रदान किया जाना है. प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थान द्वारा ब्रेस्ट फीडिंग पॉलिसी 2021 का उपयोग किया जाना है. कहा कि स्वास्थ्य स्थान के प्रमुख स्थानों पर स्थानीय भाषा में ब्रेस्ट फीडिंग पॉलिसी का आइइसी लगाया जायेगा. परिवार नियोजन परामर्शी उजाला सिन्हा ने बच्चों के स्वास्थ्य से संबंधित स्तनपान के महत्व तथा उन्हें स्वस्थ रखने संबंधित विस्तृत जानकारी दी. आशा, एएनएम एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा सप्ताह के दौरान अधिक से अधिक माताओं को शिशु के जन्म के एक घंटे के अंदर स्तनपान प्रारंभ करने में मां की सहायता करना तथा गर्भवती माताओं को छह माह तक केवल स्तनपान कराये जाने के महत्व को बताया जाना है. कहा कि प्रत्येक आशा इस सप्ताह के दौरान माताओं एवं किशोरियों के साथ बैठ कर स्तनपान से होने वाले लाभ एवं स्तनपान के सही तरीके की चर्चा करना है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्तनपान को बढ़ावा देना है. स्वास्थ्य प्रबंधक अभिनव आनंद ने कहा कि विश्व स्तनपान दिवस सप्ताह उन सभी माताओं के लिये है. जिनका बच्चा छह माह से कम आयु का है. वैसी मां अपने बच्चे को स्तनपान अवश्य कराएं. स्तनपान कराने से शिशु की मानसिक, शारीरिक एवं बौद्धिक विकास के साथ-साथ कई प्रकार की बीमारियों से भी लड़ने का शक्ति प्रदान करता है. इस अवसर पर सदर अस्पताल के कर्मी एवं एएनएम ट्रेनिंग कॉलेज की छात्राएं मौजूद थी.

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