ठेका बदलने पर किसी भी वर्कर को नौकरी से नहीं निकाला जायेगा ठाकुरगंज.बिस्कुट फैक्ट्री में पिछले कई दिनों से मजदूरों के बवाल के बाद मंगलवार को फैक्ट्री प्रबंधन ने सामने आकार अपना पक्ष रखा और इस मामले में सीधा सीधा दोषारोपण पुराने मजदूर ठेकेदार पर मढ़ दिया. फैक्ट्री के अधिकारी मनीष श्रीवास्तव ने मंगलवार को बताया कि अब तक के घटनाक्रम से साफ़ है कि बिस्कुट फैक्ट्री के बाहर वर्कर्स के प्रदर्शन का कारण वर्कर्स का ठेकेदार है.श्री श्रीवास्तव ने बताया कि कंपनी में ठेकेदार के द्वारा स्थानीय वर्कर्स को लेकर काम किया जा रहा था. वर्तमान में जितने वर्कर्स हैं उनसे सिर्फ दो लाइन का ही कार्य हो पा रहा था जबकि कंपनी को पांच लाइन में कार्य करना है. इसके लिए उन्हें 900 मेन पावर की जरूरत है. वर्तमान में सिर्फ तीन सौ ही वर्कर्स हैं. वर्तमान में पहले ठेकेदार के द्वारा लोकल वर्कर्स को लेकर कार्य तेजी से नहीं चल रहा था. इसी को देखते हुए उनके ही हाजीपुर स्थित दूसरे यूनिट से अनुभवी वर्कर्स को नए ठेकेदार के माध्यम से बुलाया गया. हाजीपुर प्लांट से आये वर्कर्स का दो दिन भी नहीं हुआ था कि पूर्व के ठेकेदार ने वर्कर्स के बीच अफवाह फैलाना शुरू कर दिया. जिसका नतीजा यह हुआ कि उन्हें प्लांट को बंद करना पड़ा. उन्होंने कहा कि जबकि स्थानीय वर्कर्स को ट्रेनिंग देकर कार्य करवाया जा रहा था. लेकिन वेस्टेज अधिक हो रहा था. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उनके कंपनी में जो भी स्थानीय वर्कर्स हैं उन्हें किसी भी हाल में हटाया नहीं जाएगा. वहीं इस दौरान इमोशनल पांसा फेंकते हुए उन्होंने कहा यदि इसी तरह लोग उकसाने पर कार्य करने लगे तो बड़ी- बड़ी फैक्ट्री इस क्षेत्र में लगाने के सपने अधूरे रह जाएंगे और स्थानीय लोग रोजगार से वंचित हो जाएंगे.
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