weather news : मॉनसून की बेरुखी से जमीन सूखी, लक्ष्य का तीन प्रतिशत ही लगा धान

वरीय संवाददाता (रांची). मॉनसून की बेरुखी ने राज्य में खरीफ की खेती पर ब्रेक लगा रखा है. सरकार ने किसानों तक धान के बीज पहुंचा दिये हैं. किसानों ने बीज

By Prabhat Khabar News Desk | July 9, 2024 12:09 AM
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वरीय संवाददाता (रांची). मॉनसून की बेरुखी ने राज्य में खरीफ की खेती पर ब्रेक लगा रखा है. सरकार ने किसानों तक धान के बीज पहुंचा दिये हैं. किसानों ने बीज खरीद कर खेतों में बिचड़ा तैयार करने के लिए डाल भी दिया है. लेकिन अब उनकी नजरें आसमान की ओर टकटकी लगाये हुए हैं. बिचड़ा तैयार होने लायक बारिश नहीं हुई, तो खेतों में डाले गये बीज खराब हो जायेंगे. बारिश के अभाव में अभी लक्ष्य के मुकाबले मात्र तीन फीसदी ही धान की खेती हो पायी है.

राज्य के किसान खरीफ की खेती के लिए मॉनसून पर निर्भर

राज्य के किसान खरीफ की खेती के लिए मॉनसून की बारिश पर ही निर्भर रहते हैं. यहां सबसे अधिक करीब 18 लाख हेक्टेयर में धान की ही खेती होती है. राज्य के अधिसंख्य जिलों में 20 जुलाई के बाद रोपा शुरू हो जाता है. कई जिलों में छींटा विधि से धान का बिचड़ा तैयार किया जाता है. ऐसे जिलों के किसानों को भी खेत जोतने के लिए बारिश का इंतजार है. अब तक राज्य में 18 लाख हेक्टेयर की तुलना में मात्र 58 हजार हेक्टेयर में ही धान लग सका है. इसमें करीब 55 हजार हेक्टेयर में छींटा विधि से धान लगाया गया है.

सामान्य से करीब 50 फीसदी कम हुई है बारिश

राज्य में अब तक 265 मिमी बारिश हो जानी चाहिए थी, इसकी तुलना में 135 मिमी ही बारिश हो पायी है. यह सामान्य से करीब 50% कम है. सबसे खराब स्थिति चतरा, पू सिंहभूम, प सिंहभूम, रामगढ़, सरायकेला-खरसांवा, लोहरदगा, पाकुड़ और रामगढ़ जिले की है. यहां सामान्य से 60 से 70% तक कम बारिश हुई है.

12 को संताल में भारी बारिश का अनुमान

मौसम केंद्र ने 12 जुलाई को राज्य के उत्तर-पूर्वी इलाके (संताल व गिरिडीह-धनबाद) में कई स्थानों भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है. 12 जुलाई को राजधानी में भी बारिश हो सकती है. अन्य जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश का अनुमान है. राजधानी में मंगलवार को कुछ स्थानों पर बारिश का अनुमान है.

विभाग के अधिकारी बोले : अभी बहुत देर नहीं हुई

राज्य के कृषि निदेशक डॉ कुमार ताराचंद ने कहा है कि अभी बहुत देर नहीं हुई है. कृषि विभाग की तैयारी पूरी हो गयी है. किसानों तक धान पहुंच दिये गये हैं. खाद का पर्याप्त स्टॉक है. हमारी नजर बारिश भी पर है. हर स्थिति के लिए हम तैयार हैं. वैसे मौसम विभाग ने आश्वस्त कराया है कि जुलाई और अगस्त में अच्छी बारिश होगी. हमें उम्मीद है कि इस वर्ष किसानों को निराश नहीं होना पड़ेगा.

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